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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: फिर मास्क अनिवार्य: कोरोना के बढ़ते मामलों ने बढ़ाई चिंता




लखनऊ, नोएडा समेत इन जिलों में पहनना जरूरी

लखनऊ। यूपी से सटे कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने मास्क पहनना अनिवार्य करने के निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे कुछ राज्यों में कोविड के केस में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इसे ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एनसीआर के जिलों और लखनऊ में मास्क पहनना जरूरी करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि एनसीआर के जनपदों (गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर, बागपत) तथा लखनऊ जनपद में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाया जाना अनिवार्य किया जाए। इन जनपदों में टीकाकरण से छूटे लोगों को चिन्हित कर वैक्सीनेट किया जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया जाए। लक्षणयुक्त लोगों की टेस्टिंग कराई जाए। मुख्यमंत्री योगी सोमवार को टीम 9 के साथ प्रदेश के जिलों में कोरोना की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे।

विगत 24 घंटे में गौतमबुद्ध नगर में 65, गाजियाबाद में 20 और लखनऊ में 10 नए पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है। इन क्षेत्रों में स्थिति पर सूक्ष्मता से नजर रखी जाए। उन्होंने कहा कि एनसीआर में कोविड पॉजिटिव पाए गए मरीजों के सैम्पल की जीनोम सिक्वेंसिंग के दौरान कोविड के ओमीक्रोन वैरिएंट की ही पुष्टि हुई है। विशेषज्ञों के अनुसार संभव है कि केस की संख्या में बढ़ोतरी हो लेकिन अस्पताल में भर्ती होने अथवा मरीज के अति गंभीर होने की स्थिति नहीं होगी। लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन के लिए जागरूक किया जाए। प्रदेश में वर्तमान में कुल एक्टिव केस की संख्या 695 है। विगत 24 घंटों में 83 हजार 864 कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 115 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 29 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए। हमें पूरी सावधानी और सतर्कता बरतनी होगी। कोविड टीकाकरण अभियान की प्रगति संतोषप्रद है। किंतु बच्चों के टीकाकरण को और तेज करने की आवश्यकता है। 30 करोड़ 75 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण के साथ ही अब तक 103 प्रतिशत से ज्यादा वयस्क आबादी को टीके की पहली डोज लग चुकी है, जबकि 86.34 प्रतिशत से अधिक लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 15 से 17 आयु वर्ग में 94 प्रतिशत से ज्यादा किशोरों को पहली खुराक मिल चुकी है। 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों को पहली डोज के बाद अब पात्रता के अनुसार दूसरी डोज भी दी जाए। 700 निजी टीकाकरण केंद्र पर बूस्टर डोज लगवाया जा सकता है। इन टीकाकरण केंद्रों और बूस्टर डोज की महत्ता के बारे में आमजन को जागरूक किया जाए। 18 वर्ष के अधिक आयु के लोगों को बूस्टर डोज लगाए जाने में तेजी की अपेक्षा है। प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी नागरिक टीकाकवर से वंचित न रहे।