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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh : शराब माफिया पर कार्रवाई, 74.48 लाख की संपत्ति कुर्क

माहुल में जहरीली शराब कांड में 15 की हुई थी मौत

आजमगढ़। बीते कुछ दिन पूर्व जिले के माहुल में जहरीली शराब पीने की वजह से 15 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री पर छापेमारी कर अवैध शराब व उपकरण बरामद किया था। अब डीएम ने आरोपियों की 74.48 लाख की संपत्ति कुर्क करने का आदेश दिया है।  

  माहुल जहरीली शराब कांड के मुख्य आरोपियों में शामिल सगे भाइयों की रूपईपुर गांव में बनी 74.48 लाख की तीन आलीशान कोठियां जिसमें अवैध शराब फैक्ट्री वाली कोठी भी शामिल है कुर्क की जाएगी। लोक निर्माण विभाग द्वारा इसका मूल्यांकन भी किया जा चुका है। इसे कुर्क करने की कार्रवाई कभी भी की जा सकती है। नगर पंचायत माहुल स्थित देशी शराब की दुकान से जहरीली शराब की बिक्री की गई थी। जिसे पीने के बाद 15 लोगों की मौत हो गई थी। मामले में पुलिस ने रूपईपुर गांव में दवा कंपनी के नाम पर संचालित की जा रही शराब फैक्ट्री को पकड़ा था। इस फैक्ट्री का संचालन मो. फहीम व उसके भाइयों द्वारा किया जा रहा था। फहीम व देसी शराब की दुकान के मालिक रंगेश यादव की निशानदेही पर भारी मात्रा में अवैध शराब व शराब बनाने के उपकरण बरामद हुए थे। रूपईपुर स्थित तीन कोठियों की कीमत 74.48 लाख आंकी गई है। लोक निर्माण विभाग द्वारा इन संपत्तियों का मूल्यांकन किया गया है। इसके बाद डीएम ने गैंगेस्टर के तहत उक्त संपत्तियों को एक सप्ताह के अंदर कुर्क करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही तहसीलदार फूलपुर को इसका रिसीवर बनाया गया है।