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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

कलयुगी बेटे ने मां-बाप सहित बहन की कुल्हाड़ी से बेटे ने की हत्या

पिता की डांट से क्षुब्ध बेटे ने दिया घटना को अंजाम

आजमगढ़। कप्तानगंज थाना के धंधारी गांव निवासी भानू प्रताप सिंह ने गांव के बाहर रोड के किनारे मकान बनाकर परिवार के साथ रहते थे। एक दिन पूर्व किसी बात को लेकर उन्होंने अपने पुत्र को डांट फटकार लगाई थी। इस बात से उनका बेटा काफी नाराज था। शनिवार की रात पिता की डांट से क्षुब्ध होकर राजन ने अपने पिता भानू प्रताप सिंह, मां सुनीता देवी (45) बहन राशि सिंह (13 वर्ष) की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी और फरार हो गया। घटना की जानकारी होते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए और छानबीन में जुट गए।

धंधारी गांव निवासी भानू प्रताप सिंह ने गांव के बाहर रोड के किनारे मकान बनाकर परिवार के साथ रहते थे। एक दिन पूर्व किसी बात को लेकर उन्होंने अपने पुत्र को डांट फटकार लगाई थी। इस बात से उनका बेटा काफी नाराज था। शनिवार की रात पिता की डांट से क्षुब्ध होकर राजन ने अपने पिता भानू प्रताप सिंह 48 पुत्र हरिनारायण सिंह, मां सुनीता देवी 45 औ बहन राशि सिंह 13 वर्ष की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी और फरार हो गया।  सुबह गांव वाले टहलने निकले तो उन्होंने जब घर में कोई हरकत नहीं देखी और घर का दरवाजा खुला पाया तो आशंका वश उन्होंने घर में देखा। घर तीनों की लाश बिस्तर पर अलग-अलग पड़ी थी। जबकि उनका पुत्र लापता था। घटना की सूचना के बाद मौके पर डीआईजी अखिलेश कुमार, पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य समेत पुलिस अधिकारी व फील्ड यूनिट मौके पर पहुंच गई। घटना की बारीकी से साइंटिफिक तरीके से जांच पड़ताल की। भानू प्रताप सिंह की दूसरी पुत्री रानी सिंह उम्र 15 वर्ष घटना के समय वहां मौजूद नहीं थी। वह जिला मुख्यालय पर किसी रिश्तेदार के यहां आई थी इसलिए वह बच गई। मौके पर पहुंचे एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि राजन सिंह द्वारा ही घटना को अंजाम दिया गया है। इसकी सूचना मिली है वह मौके से फरार है। इस घटना की जांच के लिए एसपी ग्रामीण के नेतृत्व में दो टीमों का गठन किया गया है। जल्द ही घटना का अनावरण करते हुए दोषी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।