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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Lucknow: बंदी ने सर्किल अफसर, लंबरदार पर लगाया कुकर्म का आरोप

जिला कारागार में निरूद्ध है अभियुक्त, जान को बताया खतरा

अदालत से सुरक्षा की गुहार, आरोपितों पर रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग

लखनऊ। गैंगेस्टर मामले में लखनऊ जिला कारगार में निरुद्ध अभियुक्त ने एक सर्किल अफसर व लंबरदार पर उसके साथ कुकर्म का आरोप लगाया है। अभियुक्त ने अदालत को अर्जी देकर इसकी शिकायत की है। उसने विशेष अदालत से आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की है। साथ ही अपनी जान को खतरा बताया है और सुरक्षा की गुहार भी लगाई है। अभियुक्त के अधिवक्ता मधुकर मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते  दो अगस्त को अदालत ने इस अर्जी पर जेल अधीक्षक को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया था। तीन अगस्त को जेल अधीक्षक उपस्थित नहीं हुए। लिहाजा विशेष अदालत ने उनके इस कृत्य को अदालत के आदेश की अवमानना करार दिया। साथ ही उन्हें पांच अगस्त को इस मसले पर व्यक्तिगत रूप से तलब कर लिया। शुक्रवार को आदेश के अनुपालन में जेल अधीक्षक उपस्थित हुए और अपना स्पष्टीकरण भी दिया। विशेष अदालत ने अपना आदेश सुरक्षित कर लिया है। थाना विभुतिखंड से गैंगेस्टर के मामले में निरुद्ध अभियुक्त के साथ यह कथित घटना 26 जुलाई की है। कहा है कि वह गिड़गिड़ाता रहा, लेकिन बारी बारी जबरिया उसके साथ अप्राकृतिक कृत्य किया गया। उसने अर्जी में धमकी देने का भी आरोप लगाया है। उसे सर्किल अफसर ने धमकी दी है कि यदि इसकी शिकायत किसी से भी करोगे, तो तुम्हें जेल में फंसी लगाकर मार डालेंगे।