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खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

अवंतिकापुरी में विकास के नाम पर घोटाला

घोटालाः काम पूरा किए बगैर करा लिया 233.95 लाख का भुगतान

भारत दर्शन योजना के तहत अवंतिकापुरी धाम में कराने थे कई विकास कार्य

अधूरा काम होने पर भी कार्यदायी संस्था ने प्रबंध समित‌ि को किया हैंडओवर

रानी की सराय। भारत दर्शन योजना के तहत रानी की सराय के अवंतिकापुरी आंवक में कई विकास कार्य कराए जाने थे। जिसके नाम पर कार्यदायी संस्था ने बड़ा खेल किया है। बिना निर्माण पूर्ण कराए ही 233.95 लाख का भुगतान कर लिया गया है। इतना ही नहीं कार्यदायी संस्था ने 31 दिसंबर 2020 को पूर्ण कराते हुए पांच नवंबर वर्ष 2021 को अध्यक्ष प्रबंध समित‌ि राजा जंमेजय पावन यज्ञ शक्ति अवंतिकापुरी आवंक को हैंडओवर कर दिया है।
रानी की सराय ब्लाक से महज छह किमी की दूरी पर स्थित अवंतिकापुरी धाम ऐतिहासिक दंत कथाओं को समेटे हुए है। ऐसी मान्यता है कि राजा परिक्षित को तक्षक सर्प द्वारा डंसने की वजह से मौत हो गई। इस बात से नाराज राजा जन्मेजय ने नाग यज्ञ इसी स्थान पर करवाया था। 84 बीघे में हवन कुंड आज सरोवर के रुप में विद्यमान है। प्रत्येक कार्तिक पूर्णिमा और चैत्र रामनवमी के दिन वर्ष में दो बार इसी सरोवर में विशेष स्नान मेला लगता है। शासन के निर्देश पर अवंतिकापुरी आंवक में भारत सरकार के अध्यात्मिक परिपथ-1 योजना के तहत वर्ष 2017-18 के अंतर्गत टॉयलेट ब्लॉक, पाथ-वे, घाट, रेन सेल्टर, बाथिंग एंड चैंजिंग रूम, पौधरोपण व लैंडस्केपिंग, अप्रोच रोड, सोलर लाइट, बैंचेज व डस्टबिन आदि कार्य कराए जाने थे। यहां कई ऐसे कार्य हैं जो अभी तक अधूरे पड़े हैं। कुछ हुए भी हैं तो वह गुणवत्ताहीन हैं। इसे लेकर आंवक के ही निवासी ज्ञानेंद्र विश्वकर्मा ने शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप था कि भारत दर्शन योजना के तहत अवंतिकापुरी आंवक के विकास कार्यों के लिए आवंटित बजट दो करोड़ 46 लाख रुपये का घालमेल किया गया है। उसकी जांच रिपोर्ट भी मांगी गई थी। जिसे लेकर क्षेत्रीय पर्यटक अधिकारी गोरखपुर व आजमगढ़ मंडल गोरखपुर के रविंद्र कुमार ने पत्र जारी किया। जिसमें लिखा गया है कि भारत सरकार की कार्यदायी संस्था टीसीआईएल लिमिटेड द्वारा कुल 233.95 लाख से टॉयलेट, ब्लॉक, पाथ-वे, घाट, रेन सेल्टर, बाथिंग एंड चैंजिंग रूम, पौधरोपण व लैंडस्केपिंग, अप्रोच रोड, सोलर लाइट, बैंचेज व डस्टबिन आदि कार्य 31 दिसंबर 2020 को पूर्ण कराते हुए अध्यक्ष प्रबंध समिति, राजा जंमेजय पावन यज्ञ शक्ति, अवंतिकापुरी आंवक को पांच अक्टूबर 2021 को हस्तांतरित कर दिया गया है। उक्त हस्तांतरण के बाद उक्त कार्यों के रख-रखाव का उत्तरदायित्व हस्तांतरण प्राप्त करने वाली संस्था का है। जबकि रैंन बसेरा का फर्स नहीं बना है। लाइट एक भी नहीं जल रही है।
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सोलर लाइट के स्थान पर जलाए जा रहे बल्ब
रानी की सराय। अवंतिकापुरी धाम में कार्यदायी संस्था द्वारा लाखों रुपये खर्च कर सोलर लाइट लगाई गई है। कई लाइटों में अभी बैट्री तक नहीं लगाया गया है। वहीं जिसमें बैट्री लगी है वो भी नहीं जल रही है। इसके स्थान पर बल्ब जलाए जा रहे हैं। जिसके कारण पर्याप्त मात्रा में प्रकाश नहीं हो रहा है। जिससे लोगों को काफी समस्या हो रही थीं।

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अध्यक्ष प्रबंध समिति, राजा जन्मेजय पावन यज्ञ शक्ति अवंतिकापुरी सूर्य प्रकाश यादव ने कहा कि अवंतिकापुरी धाम में कई कार्य कराए जा रहे हैं। इसमें बहुतायत कार्य अभी भी अधूरा पड़ा है। इसके बाद भी ठेकेदार द्वारा कार्य मुझे हस्तांतरित कर देने की बात सामने आ रही है। जबकि हमने कोई भी कार्य हैंडओवर लिया ही नहीं। ठेकेदार द्वारा फर्जी तरीके से किया गया है। इसे लेकर उच्चाधिकारियों से हम शिकायत करेंगे।
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पर्यटक सूचना अधिकारी मंडल आजमगढ़ मनीष श्रीवास्तव ने कहा कि वर्ष 2017-18 में कुछ विकास कार्य कराए गए थे। इसकी जानकारी मुझे नहीं है कि कार्य पूर्ण है या अधूरा है। इसके बारे में क्षेत्रीय पर्यटक अधिकारी गोरखपुर ही बता पाएंगे। यद‌ि निर्माण पूर्ण नहीं है तो इसकी शिकायत करें। मामले की जांच कराई जाएगी।