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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Video: कैंची बंधा टूटा, 150 घर डूबे, मौके पर पहुंचा प्रशासन राहत कार्य में जुटा

रौनापार। शुक्रवार की भोर में लगभग साढ़े चार बजे के करब दाम महुल कैंची बंधा टूटा गया। ‌जिससे गांव में अफरा-तफरी मच गई। लोग अपने जरूरत के सामान आदि लेकर सुरक्षित स्थानों पर जाने लगे। उधर प्रशासन भी खबर मिलते ही उक्त गांव में पहुंचा और राहत बचाव कार्य में जुट गया है। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल है।  

 

पिछले कई दिनों से बढ़ रही नदी का दबाव बंधा नहीं झेल पाया। शुक्रवार की भोर में लगभग सवा चार बजे के आस-पास दाम महुला कैंची बंधा टूट गया। जिससे आस-पास के गांव में अफरा-तफरी मच गई, भयभीत ग्रामीणअपने सामानों को महफूज करने में लगे रहे। कोई अनाज तो चारपाई, बिस्तर समेटने में लगा था। लोग छोटे बच्चों को छतों पर लेकर बैठे देखे गए। पूरा गांव पानी में डूब गया है। घर के पुरूष सामानों को बाहर निकाले। बता दें कि बंधा टूटने से  दाम महुला के उत्तर पूरवा के 80 घर, छिऊला के लगभग 50, दक्षिण पुरवा के 55 घर पूरी तरह पानी में डूबे हैं। उधर सूचना पर उपजिलाधिकारी सगड़ी राजीव रतन सिंह, एडीएम आजमगढ़ आजाद भगत व अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच राहत कार्य के साथ टूटे कैंची बांध को बांधने में जुटे थे। अधीक्षण अभियंता भानु प्रताप सिंह ने बताया कि संत कबीर नगर, अंबेडकर नगर, अयोध्या में घाघरा स्थिर हो गई है। बस्ती में घट रही है। शाम तक यहां भी स्थिर हो सकती है। अभी बहुत खतरे की बात नहीं है। उन्होंने बताया कि उपर भारी बारिश व बैराजों से छोड़े गए पानी के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है।