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खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

रौनापार थाना परिसर में धूमधाम से मनी गांधी जयंती

पुलिसकर्मियों ने ली सत्यनिष्ठा की शपथ 

रौनापार। सत्य एवं अहिंसा के प्रतीक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर रौनापार थाना परिसर में थानाध्यक्ष कौशल कुमार पाठक ने उनके चित्र पर माल्यार्पण किया। इस दौरान सलामी दी गयी। पुलिसकर्मियों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जीवन पर प्रकाश डालते हुए सत्यनिष्ठा की शपथ ली। 

थानाध्यक्ष ने पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए उन्हें दोनों महापुरुषों के बताए गए सिद्धांतों पर चलने तथा उनके विचारों को अपने जीवन में उतारने तथा स्वच्छता व सत्यनिष्ठा के साथ राष्ट्र की एकता व अखंडता के लिए प्रोत्साहित किया। बताया कि दोनों महापुरुष हम सभी के लिये प्रेरणाश्रोत हैं, जिनके बताए गए विचारों का अनुगमन कर हम सभी सही एवं कर्तव्य पथ पर चलकर अपने जीवन को सफल बना सकते हैं ।  उन्होंने कहा कि अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी जिन्हें हम बापू और राष्ट्रपिता के नाम से संबोधित करते हैं, महान महापुरुष और स्वतंत्रता सेनानी थे। यदि हम यह कहें कि आज के भारत के निर्माण में गांधी का सर्वाधिक योगदान था तो कुछ भी गलत नहीं है, क्योंकि भारत की स्वतंत्रता और आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए उन्होंने सभी धर्मो के लोगों को एक करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। महात्मा गांधी ने तमाम उम्र सिर्फ देश के विकास के बारे में सोचा। इसलिए उन्होंने अपने पूरे जीवन में कभी भी कोई राजनीति पद नहीं लिया। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को नमन करते हुए कहा कि उनके ही कुशल नेतृत्व में भारत ने 1965 के युद्ध में पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी थी और लाल बहादुर शास्त्री ने प्रधानमंंत्री होते हुए जय जवान जय किसान का नारा देकर दुश्मन देश के दांत खट्टे किए थे। उन्होंने देश की एकता एवं अखंडता को मजबूती दी। इस अवसर पर सुशील सिंह, परमेश्वर मिश्र, भानू प्रताप सिंह, विधि चंद, उ0नि0 उमाशंकर, भगवान यादव, मो. ‌आसिफ, महिला सिपाही, हिमानी तिवारी, रीना, रत्नेश सिंह, राजेश यादव, रामेश्वर आदि पुलिसकर्मी मौजूद रहे।