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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

24 अक्टूबर को हनुमान जयंती मनाई जाएगी, पढ़ें पूजन विधि और शुभ मुहूर्त

आजमगढ़। दीपावली के दिन ही हनुमान जयंती मनाई जाएगी। दीपावली के दिन पहले होने वाले इस पर्व को लेकर मंदिरों में तैयारियां पूरी हो गईं हैं। 23 अक्टूबर से सायंकाल 6:04 बजे से चतुर्दशी तिथि प्रारंभ होगी जो 24 अक्टूबर सायंकाल 5:28 तक रहेगी उदया तिथि अनुसार 24 अक्टूबर को हनुमान जयंती भी मनाई जाएगी। कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी अर्थात नरक चतुर्दशी को हनुमान जी का जन्म मेष लगन स्वाति नक्षत्र में मंगलवार को मध्यान में हुआ था, जिसे श्री हनुमान जयंती के रूप में मनाते है।

आचार्य चंदन जी ने बताया कि इस वर्ष हनुमान जयंती 24 अक्टूबर को है। दिन मेें हनुमान जी के मंदिर में गुड़ चने का प्रसाद और दीपक जलाएं। लाल फूल, सिंदूर चमेली के तेल का लेप, बेसन के लडडू और बूंदी से ये शीघ्र प्रसन्न होते है। हनुमान की पूजा से जीवन में बल, बुद्धि, साहस, संकटों पर विजय, निरोगिता प्राप्त होती है और मंगल ग्रह संबंधी दोष दूर होते है। मंदिर के आचार्य ने बताया कि छोटी दीपावली को मां अंजना की कोख से हनुमान जी का जन्म हुआ था। देवादिदेव महादेव के अंश होने के साथ ही शनिदेव व वरुण देव की विशेष कृपा भी बजरंग बली के दर्शन पूजन से मिलती है। अन्नतपुरा स्थित हनुमान मंदिर में दर्शन पूजन का इंतजाम होगा। मंदिर के छोटे महंथ पवन उपाध्याय ने बताया कि बजरंग बली को सुबह भोग लगेगा और प्रसाद वितरण होगा। मंदिर में इस वर्ष श्री हनुमान जन्मोत्सव की विशेष तैयारियां चल रही हैं। 23 अक्टूबर से शाम 6:04 बजे से चतुर्दशी शुरू होगी जो 24 अक्टूबर सायंकाल 5:28 तक रहेगी। उदया तिथि अनुसार 24 अक्टूबर को नरक चतुर्दशी मनाई जाएगी। कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को 24 अक्टूबर को नरक चतुर्दशी और रूप चतुर्दशी (रूप निखारने का पर्व) के पर्व के रूप में मनाया जाएगा। रूप चतुर्दशी के दिन सूर्योदय के पूर्व उठकर तिल के तेल से मलिश करके स्नान करना चाहिए। उसके पश्चात भगवान श्री कृष्ण के निमित्त दीपक जलाकर लंबी आयु और आरोग्य की प्रार्थना करें। अपनी समृद्धि हेतु प्रार्थना करें और सांयकाल महालक्ष्मी और कुबेर के निर्मित दीपक प्रज्वलित कर उनके मंत्रो का जाप करें और आर्थिक समृद्धि की प्रार्थना करें।