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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: सिंचाई विभाग के पास टूटी नाली की मरम्मत को बजट नहीं

किसान परेशान, नलकूप से नहीं मिल रहा पानी
ठेकमा।
क्षेत्र के जमुआवां में किसानों की सुविधा के लिए बने नलकूप से किसानों को पानी नही मिल पा रहा है। नलकूप तो चालू हालत में है। लेकिन नाली नहीं बनी है। जिससे किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। शिकायतों के बाद अधिकारी बजट न होने का रोना रो रहे है।
ठेकमा ब्लाक के जमुआवां में नलकूप संख्या- पांच चालू हालत में है। विगत दो वर्षों से किसान कई बार नाली बनवाने के लिए सिंचाई विभाग को पत्र लिख चुके हैं। लेकिन अभी तक नाली नहीं बन पाई। गांव के श्रीराम राय ने जनसूचना अधिकार के तहत सिंचाई विभाग से कई बिंदुओं पर सूचना मांगी। विभाग द्वारा बार-बार यही लिखकर मिल रहा है कि सिंचाई विभाग के पास कोई बजट नहीं है। सूखे के समय में लोगों की फसलें सूख रही हैं, किसी भी तरह किसान खेतों की सिंचाई की व्यवस्था कर रहे हैं, जो काफी महंगा पड़ रहा है। किसान अमित राय ने बताया कि सरकार सिंचाई के लिए नलकूप व नहर का पानी किसानों को मुफ्त दे रही है। वहीं विभागीय अधिकारियों द्वारा ध्यान न देने की वजह से समस्याएं बढ़ रही हैं। यदि इस नलकूप की नाली का निर्माण करा दिया जाए तो किसानों को काफी लाभ होगा। क्षेत्र के किसान अशोक राय, विनोद राय, राकेश राय ने बताया कि नाली टूटने की वजह से यदि नलकूूप चालू होता है तो उनके खेतों में पानी भर जाता है। जिससे कई बार किसानों में विवाद भी हो गया। हम लोगों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से कई बार नाली के निर्माण की मांग की। लेकिन मांगों को अनसूना कर दिया जा रहा है। जबकि यह गांव परफारमेंस ग्रांट के तहत चयनित है, जिसमें 725000000 का बजट है।