सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: पोषण अभियान में कृषि की महत्वपूर्ण भूमिकाः डीएम

रानी की सराय। जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने शनिवार को आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र कोटवा में प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर पोषण अभियान एवं पौधरोपण कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर किया। डीएम ने इस दौरान कहा कि पोषण अभियान में कृषि की महत्वपूर्ण भूमिका है, क्योंकि संतुलित भोजन हमको सब्जियों, फलों तथा मोटे अनाज से ही मिल सकता है। कहा कि इसे पर्व के रूप में मनाना चाहिए। उन्होंने महिलाओं को पोषण वाटिका बनाने के लिए जागरुक किया, जिससे उन्हें स्वच्छ व ताजी सब्जियां वर्ष भर मिल सकें।

कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी अधिकारी प्रो. डीके सिंह ने बताया कि हर बच्चे, किशोरियों व गर्भवती महिलाओं आदि को समुचित पोषण आहार देना अत्यंत आवश्यक है। जिससे कुपोषण इस देश से खत्म हो सके। केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. आरके सिंह ने किसानो को अपने घर के पास खाली पड़ी जमीन को सब्जी वाटिका बनाने लिए प्रेरित किया। जिससे उन्हें सप्ताह के सातो दिन अलग-अलग तरह की ताजी सब्जियां मिल सकें। केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. रुद्र प्रताप सिंह ने किसानों को संतुलित आहार मोटे अनाजों को फिर से अपनाने के लिए जागरुक किया। केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. रणधीर नायक ने बताया कि पोषक अनाज की वर्तमान में महत्वपूर्ण भूमिका है। कार्यक्रम का आयोजन इफ्को के द्वारा किया गया। इफ्को के मुख्य प्रबंधक विकास ठाकुर ने नैनो यूरिया व नैनो डीएपी के लाभ व प्रयोग विधि के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम उप कृषि निदेशक मुकेश कुमार ने कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। जिलाधिकारी द्वारा किसानों को बीज मिनीकिट, पौध व फसल बीमा प्रमाण पत्र वितरित किया गया। केंद्र पर स्थापित पोषण वाटिका, धान की क्राप कैफिटेरिया व सघन बागवानी को जिलाधिकारी द्वारा सराहा गया। कार्यक्रम में कुल 100 से अधिक कृषकों ने प्रतिभाग किया और पोषण व संतुलित आहार के बारे जागरूक हुए। इस अवसर पर केंद्र के उद्यान वैज्ञानिक डा. विजय कुमार विमल, डा. अर्चना देवी समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।