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खास खबर

मुंबई और गांव में जमीन को लेकर मारी गोली, घायल, गंभीर

नमाज पढ़ने के जाने के दौरान पट्टीदारों ने सरफराज को मारी गोली अस्पताल में भर्ती, हालत गंभीर आजमगढ़। जीयनपुर कोतवाली के धौरहरा में सोमवार को फज्र की नमाज पढ़ने जा रहे सरफराज 55 पुत्र हुसैन को जमीन विवाद में पट्टीदार ने गोली मार दी। गोली लगने से सरफराज घायल हो गया, परिजन उसे अस्पताल ले गए, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश में जुटी है।  जानकारी के अनुसार धौरहरा में सोमवार की भोर में सरफराज 55 पुत्र हुसैन नमाज पढ़ने जा रहा था। इस बीच उसके पट्टीदार अनीश पुत्र सगीर ने गोली मार दी। गोली सरफराज के कूल्हे में लगी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। स्वजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल को सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने सरफराज की तहरीर पर अनीश के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कोतवाल जितेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को अस्पताल भिजवाया गया। पुलिस के अनुसार, दोनों पटीदारों के बीच मुंबई और गांव में पुश्तैनी जम...

Sun Hole Solar Storm: आज धरती से टकराएगा सौर तूफान, दुनिया में हो सकता है ब्लैकआउट


Sun Hole Solar Storm: धरती पर बड़ी आफत आ सकती है। क्योंकि सूर्य के वायुमंडल में एक छेद से तेज गति वाली सौर हवाएं आज (3 अगस्त) पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा सकती हैं इससे एक मामूली जी-1 भू-चुंबकीय तूफान शुरू होने का अंदेशा है।

ब्लैकआउट का भी खतरा 

भू-चुंबकीय तूफान से रेडियो सिग्नल में मुश्किल आ सकती है जिससे रेडियो संचालकों को भी व्यवधान का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा जीपीएस इस्तेमाल करने वाले भी दिक्कतें महसूस कर सकते हैं। सौर तूफान का असर मोबाइल फोन के सिग्नल पर भी हो सकता है, इसी के साथ पावर ग्रिड पर भी इसका असर हो सकता है, जिससे ब्लैकआउट का भी खतरा है। इसी वजह से इस तूफान को लेकर काफी चिंता जताई जा रही है।कोरोनल होल सूर्य के ऊपरी वायुमंडल में ऐसे क्षेत्र होते हैं जहां हमारे तारे की विद्युतीकृत गैस (या प्लाज्मा) ठंडी और कम सघन होती है। ऐसे छेद भी होते हैं जहां सूर्य की चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं, अपने आप में वापस लूप करने के बजाय, अंतरिक्ष में बाहर की ओर बीम करती हैं। सैन फ्रांसिस्को में एक विज्ञान संग्रहालय, एक्सप्लोरेटोरियम के अनुसार, यह सौर सामग्री को 1.8 मिलियन मील प्रति घंटे (2.9 मिलियन किलोमीटर प्रति घंटे) की गति से यात्रा करने वाली एक धार में बढ़ने में सक्षम बनाता है।

सूर्य से पृथ्वी तक पहुंचने में 15 से 18 घंटे 

स्पेस वेदर प्रेडिक्शन सेंटर के अनुसार, सूर्य से निकलने वाला मलबा या कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) आमतौर पर पृथ्वी तक पहुंचने में लगभग 15 से 18 घंटे लगते हैं। यह तूफान तब आता है जब सूर्य अपने लगभग 11 साल लंबे सौर चक्र के सबसे सक्रिय चरण में प्रवेश करता है।