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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: कृषि महाविद्यालय के छात्रों ने निकाली गाजर घास उन्मूलन जागरूकता रैली

आजमगढ़।  गाजर घास के प्रति किसानों को जागरूक करने के लिए रविवार को ‌कोटवा स्थित कृषि महाविद्यालय आज़मगढ़ के कृषि स्नातक के छात्रों ने गाजर घास उन्मूलन जागरूकता रैली निकाली।  रैली कृषि महाविद्यालय से होते हुए, अराजीबागमती गांव होते हुए डीआईजी ऑफिस एवं कृषि विज्ञान केंद्र तक गई। इस रैली का आयोजन महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो. धीरेंद्र कुमार सिंह की अगुआई में हुई। रैली में छात्रों ने सभी को गाजर घास खत्म करने के लिए जागरूक किया। साथ ही नुकसान भी बताया।

 प्रो. धीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि जैसा कि हम सब जानते हैं कि गाजर घास विश्व की सबसे ख़तरनाक खरपतवार है, जो कि मनुष्य में विभिन्न प्रकार के रोग जैसे दमा व एलर्जी पैदा करता है। इस घास से पशुओं को भी बहुत नुकसान होता है। इस घास को खत्म करने के लिए इसमें फूल आने से पहले इसको उखाड़ कर कहीं मिट्टी में दबा देना चाहिए, उखड़ते समय हाथ पर ग्लब्स और मुंह पर मास्क जरूर लगा कर रखें, इस घास को मैक्सिकन बीटल द्वारा खत्म किया जा सकता है। यह बीटल इसके पौधों को खा कर खत्म कर देता है। इस दौरान डा. अशोक कुमार सिंह, डा. संदीप पांडेय, डा. रेनू गंगवार, डा. विनोद कुमार, डा. विमलेश कुमार, डा. आकांक्षा तिवारी, डा. विजय लक्ष्मी राय, डा. टी  पांड्याराज,  डा. विनीत प्रताप सिंह उपस्थित रहे। अंत में महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापक एवं मीडिया प्रभारी डा. रेनू गंगवार ने सभी का आभार प्रकट किया।