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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: कोरोना संक्रमित दो वृद्धों की गई जान

आजमगढ़। राजकीय मेडिकल कालेज व सुपर फैसिलिटी अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती वृद्ध महिला व पुरुष की 24 घंटे के दौरान मौत हो गई। इस प्रकार कोरोना की चौथी लहर में मरने वालों की संख्या आठ हो गई है। नोडल अधिकारी डाक्टर दीपक पांडेय ने बताया कि फूलपुर क्षेत्र की महिला को गंभीर अवस्था में शनिवार को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया था। उनके पूरे शरीर में इंफेक्शन हो चुका था और खून की बेहद कमी थी। जांच में कोरोना संक्रमित पाए जाने पर उन्हें कोविड वार्ड में भर्ती किया गया, जहां रविवार को मौत हो गई। इसी क्रम में रविवार को गंभीर हालत में भर्ती वृद्ध की सोमवार शाम मौत हो गई। जहानागंज क्षेत्र के वृद्ध को गंभीर अवस्था में इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया था। उन्हें सांस लेने में समस्या हो रही थी। जांच में कोरोना संक्रमित पाए जाने पर कोविड वार्ड में भर्ती किया गया था। मौत की सूचना महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, एसपी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ स्थानीय पुलिस चौकी इंचार्ज विकास पांडेय को दे दी गई है। प्रोटोकाल के तहत अंतिम संस्कार किया जाएगा। चौथी लहर में यह आठवीं मौत है, जबकि तीसरी लहर में 12 लोगों की मौत हुई थी। चौथी लहर में अभी नौ मरीजों का इलाज चल रहा है।