सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: जयंती पर राष्ट्रकवि पद्मभूषण मैथिलीशरण जी को दी श्रद्धांजलि

मैथिलीशरण की रचनाओं में देश भक्ति की भावना

हिंदी दिवस पर प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारी पर मंत्रणा

आजमगढ़। राष्ट्रकवि पद्म भूषण मैथिलीशरण गुप्त जी की जयंती पर बुधवार को साहित्यिक संस्था "साहित्यानुरागी" की हुई। जिसमें मैथिलीशरण जी के महान काव्य रचनाओं ने याद करते हुए वक्ताओं ने कहा कि उन्होंने अपनी रचनाओं से संपूर्ण राष्ट्र में देशभक्ति की भावना का संचार किया। हिंदी साहित्य जगत में उनकी कालजयी रचनायें सदैव प्रेरणा देती रहेंगी।
इस दौरान संस्था ने आगामी हिंदी दिवस मनाने की तैयारियों पर भी चर्चा की। बैठक में उपस्थित साहित्यप्रेमियों ने राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त को उनकी जयंती पर याद करते हुए उनकी कालजयी रचनाओं पर अपने विचार व्यक्त किया। अध्यक्षता कर रही संस्था की अध्यक्ष डा. मनीषा मिश्रा ने आगामी हिंदी दिवस 14 सितंबर के लिए संस्था के प्रस्तावित कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत किया। बताया कि यह कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित होगा। कहा कि प्रथम सत्र में इस बार संस्था द्वारा प्रकाशित जिले की नवोदित महिला रचनाकारों के कविताओं का संकलन "छोटे शहर की बड़ी काव्य सम्भावनाएं" का विमोचन होगा। उन्होंने इसका कवर पेज भी जारी किया। कवर पेज पर सभी 25 महिला रचनाकारों के फोटो को सयोजित कियॉ गया है। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर "हिंदी भाषा एवम साहित्य पर संचार माध्यमों का प्रभाव" विषयक साहित्यिक संगोष्ठी का भी आयोजन किया जा रहा है। द्वितीय सत्र में काव्य संग्रह में समाहित महिला रचनाकारों का काव्य पाठ होगा। इस अवसर पर कार्यक्रम की तैयारियों के संस्था की संचालन समिति ने अपने अपने विचार रखे। जिसमे अतिथियों के नाम का चयन और अन्य व्यवस्थाओ के लिए अपनी राय दी।इस अवसर पर विजेंद्र श्रीवास्तव, विदुषी अस्थाना, देवेंद्र तिवारी, रविंद्र अस्थाना, शिखा मौर्य, डॉ. पूनम तिवारी, प्रीति गिरि, अंशू अस्थाना, इंदु श्रीवास्तव, प्रतिभा श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।