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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: भाइयों के हाथ में सजेगी निजामाबाद के ब्लैक पाटरी की राखियां

निजी के साथ सरकारी संस्थाओं ने भी किया आर्डर

आजमगढ़। भाई बहन के पवित्र रिश्ते के पर्व रक्षाबंधन की डोर इस बार ब्लैक पाटरी से बनी राखी मजबूत करेगी। आजमगढ़ के निजामाबाद के हस्तशिल्पियों द्वारा तैयार यह राखी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इस राखी की डिमांग सिर्फ जिले में नहीं बल्कि दूसरे प्रांतों में भी है। दिल्ली, गुड़गांव तक इस राखी की डिमांड देखने को मिल रही है। वहीं सरकारी संस्थाओं से भी इस बार हस्तशिल्पियों को आर्डर मिला है। इससे हस्तशिल्पी उत्साहित हैं। इन्हें भरोसा है कि आने वाले दिनों में यह एक बड़ा ब्रांड साबित होगी।हस्तशिल्पियों द्वार ब्लैक पाटरी से तैयार की गई राखी

 बता दें कि निजामाबाद की ब्लैक पाटरी पूरी विश्व में अपनी अलग पहचान रखती है। योगी सरकार ने इसे एक जनपद एक उत्पादन योजना में शामिल किया तो पीएम मोदी ने इसके प्रोत्साहन में कोई कसर नहीं छोड़ी है। इससे निजामाबाद के हस्तशिल्पी नित नए मुकाम हासिल कर रहे है। बर्तन, आभूषण के बाद हस्तशिल्पी अब ब्लैक पाटरी से बनी राखी को एक ब्रांड के रुप में प्रस्तुत कर रहे है। इसकी डिमांड भी खूब देखने को मिल रही है। निजामाबाद के शिवरतन प्रजापति अभी आज गुड़गांव में आयोजित एक कार्यक्रम में राखी व अन्य उत्पादों का प्रदर्शन कर लौटे हैं। गुड़गांव में भी राखी आकर्षण का केंद्र रही। यहां उन्होंने पांच सौ से अधिक राखी स्टाल से बचा तो। बड़ी संख्या में लोगों ने थोक खरीदारी की। आजमगढ़ जिले में तो इसकी खूब मांग दिख रही है। वहीं सोहित प्रजापति को सरकारी संस्थाओं से भी आर्डर मिला है। यह राखी इस बार पीएमओ तक पहुंच बनाने जा रही है। इससे हस्तशिल्पी खुश है। खास बात है कि 20 ग्राम तक होता है। हल्की होने के कारण इसकी डिमांड और बढ़ गई है। राखी की कीमत 100 से 120 रुपये रखी गई है। शिवरतन प्रजापति के मुताबिक राखी पर सिल्वर वर्क है जिसके कारण इसकी कीमत बढ़ जाती है।