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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: गहनता से हुई जांच तो जनपद में भी मिल सकते हैं फर्जी शिक्षक

संयुक्त शिक्षा निदेशक के निर्देश पर गठित की जाएगी  कमेटी

झांसी प्रकरण के बाद अब जिले में होगी फर्जी शिक्षकों की जांच

आजमगढ़। झांसी में फर्जी नियुक्ति पत्र पर सरकारी विद्यालयों में नौकरी करते पांच शिक्षकों को पकड़ा गया है। उनके पकड़े जाने के बाद अब माध्यमिक शिक्षा विभाग भी सतर्क हो गया है। संयुक्त शिक्षा निदेशक के निर्देश पर जिले में पदभार ग्रहण करने की जांच कराई जाएगी। इसमें पता किया जाएगा कि किसी विद्यालय में कोई फर्जीवाड़ा करके नई नियुक्ति या तबादले का आदेश दिखाकर किसी ने कार्यभार तो ग्रहण नहीं कर लिया है। संयुक्त शिक्षा निदेशक वाईके सिंह ने बताया कि फर्जीवाड़ा करने वालों की धरपकड़ के लिए जिले में बीते कुछ महीनों में हुई ज्वानिंग की जांच कराई जाएगी। इस संबंध में जल्द विस्तृत दिशा निर्देश जारी होंगे। उन्होंने कहा कि झांसी प्रकरण के बाद यहां भी अपने स्तर से जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि झांसी में पकड़े गए सभी आरोपी आजमगढ़ के रहने वाले हैं। ऐसे में यहां जांच होना बेहद जरूरी है। यद‌ि कोई फर्जीवाड़ा मिलता है तो संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी। जांच के लिए कमेटी गठित की जाएगी। यह कमेटी जिलेस्तर पर अपना काम करेगी।