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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: हरिहरपुर में दो दिवसीय कजरी महोत्सव 27 अगस्त से

महोत्सव का शुभारंभ निरहुआ करेंगे, आम्रपाली भी रहेंगी मौजूद 

आजमगढ़। हरिहरपुर में तीन दिवसीय कजरी महोत्सव आगामी 27 अगस्त से शुरू होगा। महोत्सव की तैयारियों को लेकर आयोजकों ने गुरूवार को शहर के पहाड़पुर स्थित भारतीय संगीत कला केंद्र पर बैठक कर कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की। 

 कार्यक्रम के बारे विस्तृत जानकारी देते हुए सचिव/निदेशक अजय मिश्र ने बताया कि तीन दिवसीय हरिहरपुर कजरी महोत्सव का आयोजन हरिहरपुर संगीत अकादमी हरिहरपुर घराना आजमगढ़ में 27 अगस्त की शाम साढ़े पांच बजे से शुरू होगा। महोत्सव का शुभारंभ आजमगढ़ सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ व भोजपुरी सिने-तारिका आम्रपाली दुबे करेंगी। महोत्सव में कजरी, शास्त्रीय गायन, तबला, सोलो सितार युगल बंदी व मुंबई, लखनऊ, दिल्ली, गोरखपुर सहित पूर्वी शहरों के कलाकार शिरकत करेंगे और कजरी गीत, भजन, गजल व लोकगीत की प्रस्तुति देंगे। हरिहरपुर घराना संगीत संस्थान के अध्यक्ष राजेश मिश्र ने कहा कि ऐसा लगता है कि मानव को जब स्वर और शब्द मिले, और जब लोक जीवन को प्रकृति का कोमल स्पर्श मिला होगा, उसी समय से लोकगीत कजरी की उत्पति हुई हैं लेकिन बदलते परिवेश के बीच कजरी विधा विलुप्त होती जा रही थी, लेकिन हरिहपुर घराना संगीत संस्थान ने संगीत की इस प्राचीन विधा को सदैव संजोने और उन्नति के शिखर तक पहुंचाने तक कटिबद्ध है। उन्होंने लोगों से कजरी महोत्सव में पहुंचकर कार्यक्रम को सफल बनाने का आह्वान किया। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष उदयशंकर मिश्र, अनुराग गुप्ता, प्रवीण मिश्र, हृदय मिश्र, दीपराज मिश्र, विशाल मिश्र, दुर्गेश मिश्र, मोहन मिश्र, आदर्श मिश्र, नंदलाल त्रियोगी आदि मौजूद रहे।