सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Hariyali Teej Puja: पहली बार रख रही हैं हरियाली तीज का व्रत, तो नोट कर लें संपूर्ण पूजन सामग्री


नई दिल्ली : हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज का पर्व मनाया जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु और अखंड सौभाग्य के लिए निर्जला व्रत रखती है। वहीं, कुंवारी कन्याएं मनभावन पति के लिए इस व्रत को रखती हैं इस दिन भगवान शिव के संग माता पार्वती की पूजा करने का विधान है। अगर आप हरियाली तीज का व्रत रख रही है, तो पहले से ही पूरी सामग्री तैयार कर लें, जिससे बाद में पूजा करते समय किसी समस्या का सामना न करना पड़े। जानिए हरियाली तीज की संपूर्ण पूजन सामग्री।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस तिथि को ही माता पार्वती और भगवान शिव को दोबारा मिलन हुआ था। इस वजह से सुहागिन महिलाएं ही नहीं बल्कि शादी के योग्य युवतियां भी इस व्रत को रखती हैं, ताकि उनको भी माता पार्वती के तरह ही मनोवांछित वर मिले। अगर आप हरियाली तीज का व्रत रख रही है, तो पहले से ही पूरी सामग्री तैयार कर लें, जिससे बाद में पूजा करते समय किसी समस्या का सामना न करना पड़े। 


हरियाली तीज 2022 तिथि और शुभ मुहूर्त

हरियाली तीज 2022 तिथि- 31 जुलाई 2022, रविवार

श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि प्रारंभ- 31 जुलाई सुबह 3 बजे से शुरू

श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि समाप्त- 1 अगस्त सुबह 4 बजकर 18 मिनट पर समाप्त


माघा नक्षत्र- 30 जुलाई को दोपहर 12 बजकर 13 मिनट से लेकर 31 जुलाई दोपहर 2 बजकर 20 मिनट तक

हरियाली तीज की प्रदोष पूजा- शाम 6 बजकर 33 मिनट से रात 8 बजकर 51 मिनट तक

रवि योग- 31 जुलाई को दोपहर 2 बजकर 20 मिनट से 1 अगस्त सुबह 5 बजकर 42 मिनट तक

हरियाली तीज 2022 की संपूर्ण सामग्री

  1. मिट्टी का एक कलश

  2. रेत या काली मिट्टी (माता पार्वती और शिवजी की मूर्ति) बनाने के लिए

  3. लकड़ी का पाटा या चौकी

  4. चौकी में बिछाने के लिए लाल या पीला कपड़ा

  5. केले के पत्ते चौकी में बांधने के लिए

  6. नारियल

  7. सोलह श्रृंगार (चुनरी, सुहाग का सामान, काजल, मेंहदी, चूड़ियां, सिंदूर, बिंदी, बिछिया, महावर, कंघी, शीशा आदि)

  8. बेलपत्र

  9. फूल

  10. केले का पत्ता

  11. शमी पत्र

  12. धतूरा फल

  13. धतूरा पुष्प

  14. तुलसी (गणेश जी को चढ़ाने के लिए)

  15. कलावा

  16. नए वस्त्र

  17. आक के फूल

  18. एक जोड़ी जनेऊ

  19. फल

  20. गाय की घी

  21. सरसों तेल

  22. अबीर

  23. सफेद चंदन

  24. कुमकुम

  25. कपूर

  26. धूप- दीपक

  27. पंचामृत

  28. मिठाई

  29. मां पार्वती के लिए हरे रंग की साड़ी

  30. एक तांबे के लोटे में जल