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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

लखनऊ:अग्निपथ योजना के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी आरएलडी



शनिवार को यूपी के हर जिले में प्रदर्शन का ऐलान
लखनऊ। जयंत चौधरी की पार्टी राष्ट्रीय लोक दल ने ऐलान किया है कि वो अग्निपथ योजना के खिलाफ में शनिवार को यूपी के सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन करेगी। अग्निपथ योजना को लेकर यूपी और बिहार के युवाओं में जबर्रदस्त रोष है। यही वजह है कि अब इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। बिहार में भी एनडीए की सहयोगी पार्टी जेडीयू ने सरकार से इस स्कीम पर पुनर्विचार करने की अपील की है।  गौरतलब है कि गुरुवार को अग्निपथ योजना को लेकर यूपी और बिहार के कई हिस्सों में युवाओं ने उग्र प्रदर्शन किया। बिहार में कई जगहों पर ट्रेनों में आगजनी की गई वहीं यूपी में भी लोगों ने जमकर बवाल किया। सेना भर्ती को लेकर सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लोगों ने सड़कों पर निकलकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। मेरठ में लोगों ने सड़क जाम कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान भारी ट्रैफिक जाम लग गया। बाद में आला अधिकारियों के समझाने के बाद लोग शांत हुए। उसी तरह गाजियाबाद में भी लोगों ने सड़कों पर इस योजना के खिलाफ जमकर हंगामा किया। इस दौरान लोगों ने सरकारी गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की। हालांकि प्रशासन की मुस्तैदी की वजह से ,मामला जल्द ही नियंत्रित कर लिया गया।
क्या है अग्निपथ योजना?अ
ग्निपथ योजना के तहत युवाओं को सिर्फ चार साल के लिए सेना में भर्ती किया जाएगा। चार साल के बाद उन्हें सेना से रिटायर कर दिया जाएगा। इस स्कीम के तहत भर्ती होने वाले जवानों को पेंशन और ग्रेज्युटी भी नहीं मिलेगी। हालांकि सरकार वादा कर रही है कि रिटायरमेंट के बाद भी जवानों को अलग-अलग भर्तियों में प्राथमिकता दी जाएगी लेकिन लोगों को सरकार के वादों पर भरोसा नहीं हो रहा।
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