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खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh : शहर व आस-पास के ग्रामीण इलाकों में जलभराव से मुक्ति की मांग

भाजपा जिला महामंत्री लालगंज सूरज ने नगर विकास मंंत्री को सौंपा ज्ञापन

सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगवाने, पार्क, पार्किंग बनवाने की भी मांग

आजमगढ़। शहर और आस-पास के ग्रामीण इलाकों में बारिश के दौरान जलभराव से मुक्ति सहित अन्य मांगों को लेकर रविवार को भाजपा नेता और लालगंज जिला महामंत्री सूरज प्रकाश श्रीवास्तव ने नगर विकास मंत्री एके शर्मा को ज्ञापन सौँपा। शहर व शहर से सटे हुए इलाकों के विकास के लिए ज्ञापन सौंपा।

 सूरज प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि नगर विकास मंत्री से मिलकर आजमगढ़ शहर की समस्याओं को बताया गया कि उचित जलनिकासी की व्यवस्था नही होने के कारण ज्यादातर शहर के वार्ड व ग्राम कोलपांडेय, कोलबाजबहादुर, जमालपुर, बाजबहादुर, सलेमपुर, हिरापट्टी सहित अन्य क्षेत्रों में बारिश के दौरान बाढ़ जैसे हालत हो गए थे। जिसके कारण उन्हें तीन माह अपना घर छोड़कर अन्य जगहों पर या रैनबसेरों में गुजारा करना पड़ा। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए सर्वें कराकर सीवर लाइन बिछाने व सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगया जाए। ताकि लोगों को जलभराव की समस्या से निजात मिल सके। साथ ही यह भी बताया कि जिले में आजमगढ़ विकास प्राधिकरण के गठन होने के बाद भी आज तक यहां पर मास्टर प्लान नही बन पाया है। जिसके कारण लोगों के मकान के नक्शे व मानचित्र स्वीकृत नही हो रहें हैं तथा जिनके मकान वैध बन रहे हैं उन्हें भी विकास प्राधिकरण द्वारा नोटिस देकर अनावश्यक परेशान किया जाता है तथा अवैध मकान बिना रोकटोक के बनते जा रहें है। आजमगढ़ शहर क्षेत्र के विकास के लिए यहां का मास्टर प्लान जल्द से जल्द लागू कराया जाए। इसके अलावा नगर क्षेत्र की सभी सड़के क्षतिग्रस्त हैं, बरसात से पहले इनकी मरम्मत कराई जाए। जहां सड़के ज्यादा खराब है, उनका फिर से निर्माण कराया जाए। आजमगढ़ नगर में नालियों की गहराई, नाली की तल से सफाई कार्य कराने आवश्यकता है। शहर में सफाई कार्य ठीक प्रकार से नही हो रहा है, समय से सफाई न होने के कारण सड़क पर कूड़ा फैला रहता है। कर्मचारियों व ठीकेदारों की मिलीभगत से सफाईकार्य ठीक प्रकार से नही हो रहा है पिक हॉवर/10 बजे के बाद कार्य होने से शहर जामग्रस्त रहता है।तथा शहर के बीचोबीच स्थित पुरानी जेल की जमीन काफी ज्यादा है यहां पर शहर के विकास के लिए मल्टीस्टोरी/बहुमंजिला पार्किंग, ठेले खोमचे वालों के लिए मिनी मार्केट, स्विमिंग पूल सहित अत्याधुनिक पार्क, इंडोर स्टेडियम बनाएं जाने की आवश्यकता है , कई बार आश्वासन मिलने के बाद भी आजतक यहाँ पर विकास कार्य नही हुआ,पुरानी जेल की जमीन शहर के बीच खंडहर बनकर पड़ी हुई है उसका विकास कार्य कराने के लिए अनुरोध किया।