सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: 31 तक कराए फिटनेस, नहीं तो लगेगा पांच हजार का फाइन

आजमगढ़। कार्मिशयल वाहन स्वामियों ने अगर अपने वाहन की फिटनेस नहीं कराई है तो 31 मार्च तक हरहाल में करा लें। एक अप्रैल से बिना फिटनेस के संचालित हो रहे वाहनों पर कार्रवाई के लिए अभियान चलेगा। वाहन पकड़े जाने पर पांच हजार रुपये का जुर्माना वसूल किया जाएगा। शहर में एक-दो मार्ग को छोड़कर कोई भी ऐसा मार्ग नहीं है, जहां अनफिट वाहन न दौड़ लगा रहे हों। अव्यवस्थित यातायात से सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। इन मार्गों पर खराब वाहन बेतरतीब दौड़ते हैं। यह वाहन हादसों का बड़ा कारण बनते हैं, लेकिन इन पर न तो रोक लग पा रही हैं और न ही ऐसे वाहन संचालित करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई की जा रही है। जिसके चलते सड़कों पर आएदिन हादसे हो रहे हैं। जिले में लगभग 2200 अनफिट वाहन सड़कों पर दौड़ लगा रहे हैं। विभागीय आंकड़ों की माने तो करीब 1200 ट्रकें, 50 निजी बसें, 1800 आटो व 150 टैक्सी अनफिट वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं। वहीं प्रवर्तन विभाग के अधिकारी रात दिन विभिन्न मार्गों पर चेकिंग तो करते हैं, वे वाहनों के कागज तो जांचते हैं पर फिटनेस पर अधिक ध्यान नहीं देते। यही वजह है कि फिटनेस को लेकर कार्रवाई भी कम होती है। एआरटीओ प्रवर्तन संतोष कुमार सिंह ने बताया कि जिले में अनफिट वाहनों को फिटनेश कराने के लिए नोटिस जारी किया गया है। अनफिट वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। 31 मार्च तक उन्हें समय दिया गया था। यदि फिटनेस नहीं कराया गया तो पकड़े जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।