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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: युवकों पर गैंगरेप के बाद मुंबई में बेचने की कोशिश का आरोप

एसपी को ज्ञापन सौंपने परिवार संग पहुंची पीड़िता

आजमगढ़। एक किशोरी ने दो युवकों पर अपहरण कर गैंगरेप करने के साथ ही मुंबई ले जाकर बेचने का आरोप लगाया। इस संबंध में पवई थाना की रहने वाली पीड़िता ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पहुंच एसपी को ज्ञापन देकर न्याय की गुहार लगाते हुए आरोपियों के ‌खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। जानकारी के अनुसार पवई थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली कक्षा आठ की छात्रा ने एसपी को दिए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि वह चार माह पूर्व वह घर से रात में पूजा का सामान खरीदने के लिए दुकान पर गई थी। पड़ोस के ही एक युवक और उसके भाई ने उसका अपहरण कर लिया। गाड़ी से ही मुंबई लेकर चले गये। मुंबई ले जाकर उसके साथ गैंगरेप किया गया, फिर उसे बेचने का प्रयास किया गया। वह किसी तरह से वहां से भाग निकली और गोरखपुर आई तथा चाइल्ड लाइन के सहयोग से अपने परिवार तक पहुंची। इस संबंध मेंं पवई थाने तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराया, जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तीन का चालान किया। लेकिन मुख्य आरोपी भी खुले में घुम रहे हैं।  पुलिस ने उनपर कोई कार्रवाही नहीं की। अब वे मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहें हैं।