रावण रूपी महंगाई की जूतों-चप्पल से की पिटाई
राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा
आजमगढ़। ‘सखी सईंया खूब कमात है महंगाई डायन
खाये जात है’ को गाते हुए गुरूवार को आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी और
कार्यकर्ता महंगाई के विरोध में सड़क पर थाली पिटते हुए उतर पड़े। महंगाई
के विरोध में आम आदमी पार्टी पूर्वांचल प्रांत अध्यक्ष राजेश यादव के
नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने बेतहाशा बढ़ती महंगाई के खिलाफ कलेक्ट्रेट
चौराहे पर प्रदर्शन किया। बाद में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला
प्रशासन को सौंपा। कार्यकर्ताओं ने महंगाई के प्रतीक के रूप में बनाए गए
पुतले जिस पर महंगाई का रावण लिखा था की जूतों और चप्पल पिटाई किया।
पूर्वांचल
प्रांत अध्यक्ष राजेश यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के
नेतृत्व में चल रहीं भाजपा की सरकार ने पिछले दिनों खाने-पीने सहित अन्य
आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी लगाकर आटा, दाल, दूध, अस्पताल के कपड़ें जैसे
रोजमर्रा के खाद्य पदार्थों का मूल्य बढ़ाकर पहले से ही कमर तोड़ महंगाई की
मार झेल रहीं आम जनता को मोदी जी के इस दमनकारी फैसले ने हिला कर रख दिया।
डीजल, पेट्रोल, गैस के बढ़े हुए मूल्य से पहले से परेशान जनता को सरसों का
तेल 250 रुपये लीटर तक खाने को मजबूर किया और अब बच्चों के दूध पर भी
जीएसटी लगा दिया गया। जिलाध्यक्ष रविंद्र यादव ने कहा कि महंगाई कम करने के
लिए मोदी सरकार के पास पैसा नहीं, किसानों के लिए मोदी सरकार के पास पैसा
नहीं, बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए मोदी सरकार के पास पैसा नहीं।लेकिन
अपने चंद पूंजीपतियों मित्रों के लिए मोदी सरकार ने ₹11 लाख करोड़ चंदा
माफ कर दिया। आम आदमी पार्टी बढ़ती महंगाई पर चुप नहीं बैठेंगी, इस
कुव्यवस्था पर आवाज बुलंद करेंगी और गरीब विरोधी सरकार के खिलाफ संघर्ष और
तेज करेगी। इस इस अवसर पर उपस्थित उपस्थित प्रदेश सचिव कृपा शंकर पाठक,
विक्की सोनकर, उमेश यादव, गोविंद दुबे, राम रूप यादव, इसरार अहमद, डॉ विजय
यादव, सुनील यादव, राजेश सिंह,राजन सिंह,अभिषेक सिंह, जेपी सिंह, आरिफ
खान,बलवंत यादव, रमेश मौर्य, हरेंद्र यादव,शाहिद खान,रमेश यादव संजय राय,
अभिषेक राजभर, आशीष कुमार,तनवीर रिजवी,बाबूराम यादव, एमपी यादव, अनिल यादव
संजय यादव,अनिल यादव, शुभम यादव, अरमान, रुपेश विश्वकर्मा,नुरुज्जमा, जीवन
ज्योति, रमेश पाण्डेय, अंगद विश्वकर्मा, अभिषेक राजभर, गिरीश चंद राजभर,
विपिन पाठक, सत्यम राय, आशा देवी, शांति देवी, प्रभावती देवी,अलोक
विश्वकर्मा, आशुतोष श्रीवास्तव, शरदचंद राघव, गिरीश चंद राजभर आदि सैकड़ो
साथी उपस्थित रहे।