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खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

चिंता बढ़ा रहा कोरोना: दिल्ली के अस्पतालों में भर्ती संक्रमित मरीजों में 27 फीसदी बच्चे

पॉजिटिविटी रेट चार प्रतिशत के करीब

नई ‌दिल्ली। कोरोना एक बार फिर से चिंता बढ़ा रहा है। खासतौर पर इस बार कोरोना संक्रमण की शुरुआत स्कूलों से हो रही है। राजधानी दिल्ली व एनसीआर के स्कूलों में आए दिन बच्चे संक्रमित हो रहे हैं। इस बीच चौंकाने वाली खबर यह है कि, दिल्ली में भर्ती करोना मरीजों में 27 प्रतिशत बच्चे हैं।

 सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के अस्पतालों में फिलहाल 51 मरीज हैं, इनमें से कम से कम 14 बच्चे हैं। कलावती सरन चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में 12 और इंद्रप्रस्थ अपोलो व मधुकर रेनबो चिल्ड्रेन हॉस्पिटल एक-एक मरीज भर्ती है। दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या फिर से बढ़ना शुरू हो गई है। शुक्रवार को यहां 366 नए कोरोना मरीज आए। वहीं गुरुवार को यहां 325 मामले सामने आए थे, जो 27 फरवरी के बाद 47 दिनों में सबसे ज्यादा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट फिर से 3.95 प्रतिशत पहुंच गया है।  एनसीआर के स्कूलों में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। शुक्रवार को गाजियाबाद और नोएडा के स्कूलों में 24 और बच्चे संक्रमित मिले हैं। नोएडा में 16 बच्चे संक्रमित मिले। कुल आंकड़ों को देखा जाए तो अब तक 44 बच्चे कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। 167 सक्रिय मरीजों में 26.3 प्रतिशत बच्चे हैं। देश के संक्रमितों में से 64 फीसदी मरीज एनसीआर में हैं। देश में 949 व्यक्ति संक्रमित पाए गए, जिसमें से 614 एनसीआर के हैं। इसमें सर्वाधिक 366 दिल्ली, दूसरे नंबर पर गुरुग्राम के 150, नोएडा में 43 व फरीदाबाद में 21 संक्रमित मिले हैं। कलावती सरन चिल्ड्रन हॉस्पिटल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. श्रीकांत बसु ने बताया कि, कोरोना संक्रमण के कारण भर्ती बच्चों में पहले से कोई बीमारी है। उन्होंने कहा कि, आम तौर पर बच्चें में कोरोना कोई गंभीर बीमारी का कारण नहीं बनता है। ज्यादातर बच्चे घर से ही ठीक हो जाते हैं।