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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

बारिश हो गई शुरू, शहर में नालों की नहीं हुई सफाई

नगर पालिका ने नालों की सफाई के लिए 9.80 लाख का टेंडर किया

आजमगढ़। नगर पालिका की तरफ से शहर के सभी नालों की सफाई काम पूरा कर लिया गया है लेकिन मौके पर नालों में कूड़ा भरा हुआ है। इससे आगे चलकर नाला चोक होगा और शहर के कई क्षेत्रों में जल जमाव की समस्या खड़ी हो सकती है।

नगर पालिका ने शहर के नालों की सफाई के लिए 9.80 लाख का टेंडर किया था। बड़े नालों की सफाई के लिए छत्तीसगढ़ से मजदूर बुलाए गए थे। वहीं गली, मुहल्लों के नालों की सफाई की जिम्मेदारी नगर पालिका के कर्मचारियों को दिया गया था। शहर में नालों की सफाई का काम बीते मई माह से चल रहा है। अब जुलाई माह के साथ बारिश भी शुरू हो चुकी है। उधर नगर पालिका की माने तो शहर में सफाई का काम पूरा हो चुका है। लेकिन अभी कई मुख्य नालों की तक सफाई करने नगर पालिका की जेसीबी और कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे हैं। जिसके कारण नालों की सफाई काम अधूरा रह गया है। ठंडी सड़क स्थित गांधी आश्रम का नाला, बाढ़ खंड कार्यालय के सामने मड़या का नाला, सिविल लाइन, सिधारी पुराना पुल से नपा अध्यक्ष के घर जाने वाले नाले की अभी तक सफाई नहीं हुई है। इसके अलावा रैदोपुर, हरबंशपुर, नरौली, एलवल, मुकेरीगंज आदि मुहल्लों में नालों की सफाई नहीं की गई है। रोडवेज सड़क किनारे नाले का भी यही हाल है। इन नालों में कूड़ा भर गया है। इससे नाला चोक है। अगर इन नालों की समय रहते सफाई नहीं की गई तो आगे बारिश और बढ़ेगी। इन मुहल्लों में जल भराव की समस्या खड़ी होगी। अधिशासी अधिकारी विवेक त्रिपाठी ने बताया कि शहर में नालों की सफाई हो चुकी है लेकिन कई मुहल्लों से शिकायत आ रही है