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खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

यूनिवर्सल में धूमधाम से मना मदर्स डे

माताओं ने बच्चों के साथ की खूब मौज-मस्ती
माता-पिता से बड़ा कोई नहीः अब्दुल्ला खान


आजमगढ़। रानी की सराय क्षेत्र के रोवां स्थित यूनिवर्सल पब्लिक स्कूल में शनिवार को धूमधाम से मदर्स-डे मनाया गया। कार्यक्रम में माताओं ने अपने बच्चों के साथ डा़ंस और खूब मौज मस्ती कर कार्यक्रम को यादगार बना दिया।

कार्यक्रम की शुरूआत विद्यालय प्रबंधक अब्दुल्ला खान ने दीप प्रज्वलित कर किया। प्रबंधक ने उपस्थित बच्चों एवं उनकी माताओं को संबोधित करते हुए मदर्स-डे पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि इस दुनिया में माँ एकमात्र ऐसी इंसान है जो हमें कभी अकेला नहीं छोड़ती। माँ अपने बच्चों के लिये पूरी तरह से निष्ठावान होती है। बताया कि इस संसार में माता-पिता ही सबसे बड़ा भगवान है। जिसने हमें जन्म दिया है। स्कूल की प्रधानाचार्य उम्मे आमेंना ने मातृ दिवस के महत्व से बच्चों को अवगत कराया। कहा कि मातृ-दिवस हर बच्चे और विद्यार्थी के लिये वर्ष का अत्यधिक यादगार और खुशी का दिन होता है। मदर्स डे साल का खास दिन होता है जो भारत की सभी माताओं के लिये समर्पित होता है। 

इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों में माताओं ने भी नृत्य, गाना, चुटकुले आदि सुनाकर बच्चों का मनोरंजन किया। अंत में व्यवस्थापक अमरनाथ विश्वकर्मा ने सभी का आभार प्रकट किया। संचालन श्रीमति रेखा रावत ने किया।