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खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

भूंकप के झटकों से हिला जिला, दहशत

बाहर भागे लोग, कहीं पलटी कुर्सियां तो कहीं गिरे फैन 





आजमगढ़। जिले में शुक्रवार की रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। कुछ देर के लिए पूरे जिले की धरती कांप गई। लोग घरों को छोड़कर बाहर निकल पड़े। सभी दहशत में थे। 

  बता दें कि शुक्रवार की रात 11.32 के आस-पास पूरे जनपद में दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटके शहर के एलवल, चौक, कुंदीगढ़, पुरानी सब्जी मंडी, अनंतपुरा, कटरा, सिधारी, गुलामी का पूरा, बिलरिया चुंगी, हर्रा चुंगी, बेलइसा समेत अन्य मुहल्लों में महसूस किए गए। साथ ही जिले के जीयनपुर, लाटघाट, बिलरियागंज, लालगंज, मेंहनगर, अतरौलिया, बिंद्राबाजार, अहिरौला, अंबारी और मुबारकपुर क्षेत्र की बाजारों और गांवों में भी झटके आते ही एक पल के लिए लोग ठिठक गए। कहीं घरों की कुर्सियां हिलती नजर आईं तो कहीं टेबल पर रखे सामान डगमगाते नजर आए। बच्चे किसी अनहोनी को भांप मां की गोंद में छिप से गए। आनन-फानन में लोग घरों और कार्यालयों से बाहर निकले और सुरक्षित स्थान की और दौड़ पड़े। जब तक सुरक्षित स्थान नहीं मिला दौड़ते रहे। जब रूके तो सांसे ऐसी चल रही थी मानों कई मील की दौड़ लगाकर आए हों। हर कोई अपनी-अपनी कहानी एक दूसरे को सुना रहा था। वहीं इसके साथ ही घर से बाहर रहने वाले लोग घर का हाल लेने के लिए व्याकुल दिखे। मोबाइल से परिवार की जानकारी न मिलने पर लोग परेशान दिखे।