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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

कजरी, लोकगीत, राष्ट्रगीत सहित एकांकी से मनमोहा

किसान बालिका इंटर कालेज में तहसील स्तरीय प्रतियोगिता

विजेता 18 को आजमगढ़ महोत्सव में करेंगे प्रतिभाग




बूढ़नपुर (पूर्वांचल संवाद)। किसान बालिका इंटर कॉलेज एकड़ंगी कोयलसा में आजमगढ़ महोत्सव के अंतर्गत तहसील स्तरीय प्रतियोगिता में विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं की हिस्सा लिया। इस दौरान बच्चों ने कजरी, लोकगीत, राष्ट्रगीत सहित एकांकी प्रस्तुत कर लोगों का मनमोह लिया। प्रतियोगिता देर रात तक चली।

समूह गायन में उद्योग विद्यालय इंटर कॉलेज कोयलसा, एकांकी और पेंटिंग में किसान बालिका इंटर कॉलेज एकड़गी ने प्रथम स्थान हासिल किया। इसी प्रकार समूह नृत्य में राजकीय महिला महाविद्यालय समदी ने प्रथम स्थान हासिल किया। विजेताओं को प्रशस्ति पत्र और मेडल देकर सम्मानित किया गया। बताते चलें कि इन प्रतिभागियों का चयन आजमगढ़ महोत्सव के लिए हो चुका है जो 18 सितंबर को आजमगढ़ महोत्सव में प्रतिभाग करेंगे। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. रणधीर  सिंह ने बताया कि तहसील स्तरीय महोत्सव में सामूहिक गीत पेंटिंग एवं सामूहिक नृत्य कलाओं का प्रदर्शन छात्रों द्वारा किया गया। अध्यक्षता कर रहे डॉ. राजाराम सिंह ने कहा कि इन विधाओं के माध्यम से बच्चों में नृत्य और गायन के साथ अपनी संस्कृति की समृद्धि को कायम रखने के साथ समाज में बढ़ रहे कुरीतियों से बचा जा सकता है।  डॉ नरेंद्र नाथ यादव ने कहा कि छात्रों की प्रस्तुति बड़ी मन मोहक रही। छात्रों ने अपनी प्रस्तुति से किया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य रेखा सिंह, आशा सिंह, उदय राज यादव, आशीष यादव, अनिल यादव,संजय सिंह, कृपा शंकर, महेन्द्र, अशोक, मनोज, मुक्तिनाथ, संजय सिंह, राजीव सिंह आदि मौजूद रहे।