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खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

वन महोत्सवः पौधे लगा पर्यावरण को बचाने का किया आह्वान

पर्यावरण संतुलन के लिए वनों और पेड़ की महत्वपूर्ण भूमिकाः प्रधानाचार्य अनिल पासवान

पौधे लगा उसका करें पालन-पोषणः वन दरोगा अभय सिंह 

रानी की सराय। पहली से सात जुलाई तक चलने वाले वन महोत्सव के तहत मंगलवार को वन विभाग द्वारा कराए जा रहे पौधरोपण कार्यक्रम में कई स्थानों पर फलदार एवं छायादार पौधे रोपित किए गए।

इसी क्रम में सेठवल स्थित अंग्रेजी माध्यम ‌स्कूल में वन विभाग के वन दरोगा अभय सिंह और प्रधानाचार्य अनिल पासवान की देखरेख में दर्जनों पौधे लगाए गए। इस दौरान मौजूद लोगों ने पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाने का संकल्प लिया। बच्चों सहित वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य अनिल पासवान ने कहा कि पृथ्वी पर पर्यावरण का संतुलन बनाने के लिए पेड़ व हरित वन क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस नेक कार्य के लिए वन महोत्सव के अलावा भी विभिन्न अवसरों पर पौधे लगाने चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों एवं युवाओं से स्वयं धरती को हरा-भरा रखने के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाने और दूसरों को भी प्रेरित करने का आह्वान किया। वन दरोगा अभय सिंह ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से निपटना दुनिया के सामने प्रमुख चुनौतियों में से एक है। केवल पौधे लगाभर देने से हमारी जिम्मेदारी समाप्त नहीं हो जाती, बल्कि उनका पालन-पोषण करना हम सब का कर्त्वय है।  कहा कि प्रकृति से हर किसी का रिश्ता है, उन्होंने बच्चों से अपील की कि वे न केवल पेड़ लगाने का संकल्प लें बल्कि इस संदेश को अपने सामने आने वाले हर व्यक्ति तक फैलाएं।