सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

संस्कृति की सफलता से ननिहाल में जश्न का माहौल

ननिहाल में बधाई देने वालों का तांता

संस्कृति ने मामा को दिया सफलता का श्रेय 

फूलपुर। पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष फूलपुर स्व. हरिलाल प्रजापति की नतिनी व हरिश्चंद्र प्रजापति की पुत्री संस्कृति ने यूपीएससी में खादी ग्रामोद्योग विभाग में अध्यक्ष पद प्राप्त किया है। संस्कृति की सफलता से परिवार में हर्ष व्याप्त है। उनके आवास पर बधाई देने वालों का तांता लगा है।

 बताते चलें कि  मूलरूप से जौनपुर की रहने वाली संस्कृति का ननिहाल फूलपुर में है। इनके मामा रजनीश प्रजापति ने इनको मार्गदर्शन कर सफलता दिलाई। संस्कृति वर्तमान में करंजाकला जौनपुर में प्राथमिक विद्यालय की अध्यापिका है। इन्होंने अपनी सफलता का श्रेय मामा रजनीश, माता अनिता देवी व पिता हरिश्चंद्र को दिया है। दो बहनों में सबसे छोटी है संस्कृति को यह सफलता दूसरे प्रयास में मिली है। संस्कृति की सफलता से ननिहाल में जश्न का माहौल है। शिक्षा से समृद्ध ननिहाल, अच्छी सोच के नाना स्व. हरीलाल प्रजापति को अपना आदर्श मानने वाली संस्कृति ने कहा कि हमने यह सफलता अपनी लगन के दम पर हासिल किया है। मन से कमजोर लोग सफलता के करीब आकर भी सफलता से वंचित हो जाते हैं। बस अपनी लगन व मेहनत से अपने कार्य करते रहें। उन्होंने कहा कि सफलता के लिए अध्ययन की तारतम्यता आवश्यक है। तैयारी में सामयिक जानकारी व विषय पर मजबूत पकड़ होगी तो सफलता अवश्य मिलेगी। सफलता का कोई शार्टकट नहीं है।