सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

जिला मंडलीय अस्पताल में छापा, डाक्टरों की ओपीडी और ओटी से तीन को पुलिस ने उठाया

तीनों के दलाल होने की आशंका, अस्पताल में हड़कंप 

आजमगढ़। यूपी के आजमगढ़ स्थित जिला मंडलीय अस्पताल में सोमवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब अचानक भरी संख्या में पुलिस फोर्स पहुंच गई। पुलिस टीम ने डॉक्टरों की ओपीडी व ओटी से तीन लोगों को उठाया और साथ लेकर चली गई। उठाए गए लोगों के बाबत बताया जाता है कि वे डॉक्टरों की ओपीडी में बैठने वाले दलाल हैं। शिकायत पर पुलिस व प्रशासनिक अमले ने यह कार्रवाई की है। फिलहाल अस्पताल प्रशासन व पुलिस इस मामले में मौन है।

  पिछले कुछ दिनों से प्रशासन को शिकायत मिल रही थी कि आजमगढ़ जिला मंडलीय अस्पताल पर दलालों का कब्ज़ा है। साथ ही डॉक्टरों द्वारा बाहरी दवा लिखा जाना और जांच भी बाहर का लिखा होने की वजह से दलाल मरीजों को मजबूर करते हैं। इसके एवज में डॉक्टर मोटा कमीशन वसूलते हैं। कुछ दिनों पहले कर्मचारी और दलाल के बीच मारपीट भी हुई थी। उक्त दलाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। सोमवार को एक बार फिर पुलिस टीम अस्पताल आ धमकी। सबसे पहले ओटी से एक व्यक्ति को दबोचा। इसके बाद कक्ष संख्या नौ से दूसरे व्यक्ति को पुलिस टीम ने पकड़ा। अस्पताल परिसर से ही एक अन्य युवक को भी पुलिस ने उठाया। पुलिस की इस कार्रवाई से अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया। अस्पताल पहुंची पुलिस, एसआईसी को पता नहीं  पुलिस की कार्रवाई के बाबत जब प्रभारी एसआईसी डॉ. एके श्रीवास्तव से बात किया गया तो उन्होंने जानकारी होने से ही इंकार कर दिया। जबकि पुलिस ने अस्पताल की ओपीडी व ओटी से तीन लोगों को उठाया है। एसआईसी ने सिर्फ यहीं कहा कि मेरे संज्ञान में कुछ नहीं है। यदि ऐसा कुछ है तो वह पुलिस व प्रशासन की कार्रवाई होगी। सर्जरी छोड़ चहेतों को बचाने में जुटे डॉक्टर जिला मंडलीय अस्पताल की ओटी से पुलिस ने एक हड्डी रोग विशेषज्ञ के चहेते को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसके बाद तो डॉक्टर साहब मरीज की सर्जरी छोड़ अपने चहेते को बचाने की कवायद में जुट गए। जिन तीन लोगों को पुलिस ने पकड़ा है। उन सभी बचाने की कवायद जोरशोर से चल रही है।