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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

पीएम नरेंद्र मोदी की माता हीराबेन के निधन पर उप्र अभिभावक संघ ने जताया दुख

आजमगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता हीराबेन के निधन पर रविवार को उत्तर प्रदेश अभिभावक महासंघ ने एलवल स्थित वीरेंद्र सिंह के आवास पर श्रद्धाजंलि सभा आयोजित की। संघ से जुड़े लोगों ने हीराबेन मोदी के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर शोक जताया। साथ ही  दो मिनट का मौन रखकर गतात्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर मातृशक्ति की प्रतिमूर्ति को नमन किया।

गोविंद दुबे ने कहा कि गुजरात के गांधी नगर में एक साधारण परिवारिक पृष्ठभूमि से अपने पुत्र को निकालकर देश सेवा का जज्बा भरने वाली मातृशक्ति के संघर्ष को शब्दों में रेखाकिंत किया जाना असंभव है। मां हीराबेन एक असाधारण महिला थी। उन्होंने अनेक बलिदान देकर अपने पुत्र में आत्मविश्वास, मन एवं व्यक्तित्व का विशेष आकार दिया। माता हीराबेन भारत की मातृशक्ति की प्रतीक और तत्पस्या, बलिदान, योगदान की प्रतिमूर्ति थी। देश के पीएम की मां होने के बावजूद उन्होंने कभी किसी तरह का सरकारी सुख न लेने की दृढ़ प्रतिज्ञा को हर राजनीतिक परिवार को सीख लेने चाहिए। उनके निधन से अभिभावक महासंघ मर्माहत है और इस दुख की घड़ी में पीएम के साथ खड़ा है।श्रद्धाजंलि देने वालों में राकेश राय, युधिष्ठिर दूबे, पवन पांडेय,अरुण चौरसिया, सुजीत मिश्रा, राजू सोनकर, कुलदीप मौर्य, अमित राय, अनिल तिवारी, संदीप पांडेय, भानु सिंह, ज्योति श्रीवास्तव, अमर यादव, अरविंद चित्रांश, राजकमल सिंह, अम्बरीष पांडेय, सुदेश अग्रवाल, शक्ति श्रीवास्तव, राकेश मौर्य, सुभाष यादव, अभिषेक श्रीवास्तव, अजय राय, संतोष सोनकर, कन्हैया यादव आदि शामिल रहे।