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खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

 प्रधानाध्यापक हत्याकांड का एक और नामजद आरोपी गिरफ्तार

आजमगढ़। जीयनपुर पुलिस ने प्रधानाध्यापक हत्याकांड के दूसरे नामजद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं एक आरोपी अब भी पुलिस की पकड़ से दूर है। जबकि नामजद तीसरे आरोपी को पुलिस ने एक दिन पूर्व ही गिरफ्तार किया था।

 बताते चलें कि एक दिसंबर को जीयनपुर के बाईपार के पास से जा रहे प्रधानाध्यापक संजय यादव को बदमाशों ने गोली मार दी थी। जिसमेें ईलाज के दौरान प्रधानाध्यापक की मौत हो गई थी। इसके बाद पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के निर्देश पर पुलिस टीम परिजनों की तहरीर पर मेवालाल यादव पुत्र स्व. देवनरायण यादव, विरेंद्र यादव उर्फ डबलू यादव पुत्र मेवालाल यादव, बृजेश यादव उर्फ बिस्सू पुत्र मेवालाल यादव निवासी कसड़ा आईमा की तलाश में जुट गई थी। दो दिसंबर को अभियुक्त मेवालाल को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसी क्रम में रविवार को प्रभारी निरीक्षक जीयनपुर यादवेंद्र पांडेय के नेतृत्व में पुलिस टीम ने फरार चल रहे दूसरे अभियुक्त बृजेश यादव उर्फ बिस्सू पुत्र मेवालाल यादव को मुबारकपुर तिराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया। जबकि इस मामले में नामजद तीसरा आरोपी विरेंद्र यादव उर्फ डबलू यादव अभी भी पुलिस की ‌गिरफ्त से बाहर है।