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खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

पेंशन हमारा संवैधानिक अधिकार-नवल किशोर

दिन भर टॉप ट्रेंड में बनी रही अटेवा की मांग

आजमगढ़। पुरानी पेंशन बहाली के सतत् आंदोलित संगठन अटेवा के राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर 26 नवंबर संविधान दिवस के दिन सोशल मीडिया के ट्विटर प्लेटफार्म पर पुरानी पेंशन बहाली के लिए एक महाभियान चलाया गया। यह अभियान अटेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय बंधु के निर्देशन में पूरे देश में एक साथ चलाया गया। इसी कड़ी में अटेवा आजमगढ़ के जिला संयोजक सुभाष चंद यादव के नेतृत्व में पूरे जिले के अटेवा से जुड़े लोगों ने इस अभियान में हिस्सा लिया तथा ट्विट्स के माध्यम से पुरानी पेंशन बहाली की मांग सरकार से की।

अटेवा आजमगढ़ के मीडिया सेल के प्रमुख नवल किशोर ने बताया कि पुरानी पेंशन हम शिक्षक कर्मचारी अधिकारियों का संवैधानिक अधिकार है, इसे हर हाल में सरकार को हमें देना ही पड़ेगा।हमारे संघर्ष के बल पर छत्तीसगढ़, झारखंड, राजस्थान, पंजाब की सरकारों ने पुरानी पेंशन को बहाल किया है। आज संविधान दिवस के दिन पूरे देश के शिक्षक,अधिकारी, कर्मचारियों ने मिलकर ट्विटर पर एक अभियान चलाया तथा सरकार से पुरानी पेंशन बहाली की मांग की। उन्होंने आगे बताया कि पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा एक ज्वलंत मुद्दा है, दिनभर ट्विटर पर यह मुद्दा टॉप टेन में बना रहा, दो लाख से अधिक ट्वीट किए गए, इस मुद्दे को देश के प्रख्यात समाजसेवियों नेताओं ने भी अपना समर्थन दिया तथा समर्थन में ट्वीट भी किया।जिलेभर के अटेवा से जुड़े लोगों ने भारी संख्या में ट्वीट किया इसका परिणाम रहा कि दिन भर पुरानी पेंशन का मुद्दा सोशल मीडिया के हर प्लेटफार्म पर ट्रेन करता रहा।