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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Video: नायब तहसीलदार के स्थानांतरण की मांग, अधिवक्ताओं का प्रदर्शन

तीन माह से ‌नायब तहसीलदार कोर्ट का चल रहा बहिष्कार

एसडीएम को राज्यपाल के नाम सौंपा तीन सूत्री मांगों का ज्ञापन

वकीलों के हड़ताल से वादकारी रहे परेशान

मेंहनगर। नायब तहसीलदार के स्थानांतरण सहित अन्य मांगों को लेकर तहसील के अधिवक्ताओं ने शुक्रवार को तहसील परिसर में चक्रमण किया। इसके बाद तहसील में पहुंच नायब तहसीलदार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। बाद में एसडीएम को राज्यपाल को संबोधित तीन सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा। 


 

 बताते चलें कि तहसील के अधिवक्ता नायब तहसीलदार के स्थानांतरण की मांग को लेकर पिछले 14 जुलाई से नायब तहसीलदार के कोर्ट के न्यायिक कार्य का बहिष्कार करते चले आ रहे हैं। इस क्रम में शुक्रवार को अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर में प्रदर्शन किया और न्यायिक कार्यों से विरत रहे। इससे पूर्व तत्कालीन एसडीएम प्रेमचंद मौर्य ने अधिवक्ताओ के साथ दो बार पहल किया, लेकिन नतीजा शून्य रहा। वही वर्तमान एसडीएम संत रंजन ने भी पहल किया, लेकिन बात नहीं बनी। अधिवक्ताओं का कहना है कि जब तक नायब तहसीलदार का स्थानांतरण नहीं हो जाता, तब तक हड़ताल जारी रहेगा। हड़ताल की वजह से वादकारी परेशान होते हुए तहसील के चक्कर काट रहे है।शुक्रवार को तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजनाथ यादव के नेतृत्व में बैठक हुई। बैठक सभी अधिवक्ता उपस्थित होकर अधिवक्ता संघ एक है, के साथ जिंदाबाद के नारे लगाए। अध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि मेंहनगर तहसील पर तैनात नायब तहसीलदार शैलेंद्र सिंह भष्टाचार में लिप्त हैं। जब तक उनका स्थानांतरण नहीं हो जाता अधिवक्ता नायब तहसीलदार के कोर्ट का बहिष्कार जारी रखेंगे। सभी ने समर्थन करते हुए तहसील परिसर में प्रदर्शन कर मुर्दाबाद के नारे लगाए। बाद में एसडीएम संत रंजन को राज्यपाल के नाम तीन सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। अधिवक्ताओं ने कहा कि इस समस्या का हल शीघ्र नहीं हुआ तो धरना-प्रदर्शन के साथ सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे। इस मौके पर मंत्री श्यामबिहारी सरोज, राजबहादुर सिंह, अनिल वर्मा, शिवानंद यादव, महेंद्र केसरवानी, अशोक यादव, दिलीप कुमार, राजबहादुर यादव, हरिबंश यादव, रामजनम सिंह, हेमंत राय आदि अधिकक्ता मौजूद रहे।