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खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

अस्पताल में इंजेक्शन देकर महिला से सामूहिक दुष्कर्म

कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज, वार्ड ब्वाय गिरफ्तार, डाक्टर फरार

लखनऊ। महानगर स्थित भाउराव देवरस अस्पताल में नशीला इंजेक्शन लगाकर 35 वर्षीय महिला से सामूहिक दुष्कर्म किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। महिला ने अस्पताल के डाक्टर और वार्ड ब्वाय सत्यप्रकाश अवस्थी पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है।

पीड़िता का आरोप है कि वह घटना के बाद से लगातार थाने के चक्कर काट रही थी। महानगर पुलिस ने जब सुनवाई नहीं की तो उसने न्यायालय में गुहार की। न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया। पीड़िता के मुताबिक बीते 30 अप्रैल को उसे सीने में तेज दर्द हो रहा था। वह महानगर स्थित भाउराव देवरस अस्पताल डाक्टर को दिखाने पहुंची थी। वहां पर डाक्टर आरपी सागर देख रहे थे। वह जांच करने के लिए वार्ड ब्वाय सत्यप्रकाश अवस्थी के साथ उसे कक्ष में लेकर पहुंचे। वहां पर उन्होंने बताया कि दर्ज का इंजेक्शन देना पड़ेगा। इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगने के बाद कुछ याद नहीं रहा। होश आने पर कपड़े अस्त-व्यस्त थे। होश आने पर विरोध पर किया तो दोनों ने जहरीला इंजेक्शन देकर मारने की धमकी दी। डर गई इसके बाद चली गई। दोनों उसके बाद भी धमकी देते रहे।मामले की तहरीर लेकर महानगर कोतवाली गई। डाक्टर और वार्ड ब्वाय की रसूख के चलते सुनवाई नहीं हुई। महानगर कोतवाली के चक्कर काटती रही। हाल में भी कई बार गई पर कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद न्यायालय में गुहार की। न्यायालय के आदेश पर दोनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। डीसीपी ने बताया कि महिला इसके पहले कोई सूचना थाने पर नहीं दी थी। कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कर आरोपित सत्यप्रकाश को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, डाक्टर आरपी सागर के खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।