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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

महिला शिक्षकों ने पुरानी पेंशन बहाली को निकाला शांति मार्च

गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ संपन्न हुआ शांति मार्च

आजमगढ़। महिला शिक्षक संघ ने पुरानी पेंशन पुनः बहाल करने को रविवार को नगर में शांतिमार्च निकाला। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के आह्वान पर शांति मार्च का ‌नेतृत्व महिला शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष शिखा मौर्य ने किया। शांति मार्च में जनपद के पेंशनविहीन कर्मचारी भी शामिल रहे।   

संगठन की जिलाध्यक्ष शिखा मौर्य ने बताया कि उप्र शासन द्वारा अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षक, कर्मचारियों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था को समाप्त कर नई पेंशन योजना लागू की गई जो शिक्षक कर्मचारी समाज को स्वीकार नहीं है।शांति मार्च कलेक्ट्रेट के सामने स्थित अंबेडकर पार्क से शुरू होकर रैदोपुर चौराहा स्थित अहिंसा के पुजारी, युगप्रवर्तक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद समाप्त हुआ।

संगठन की वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रतिभा श्रीवास्तव ने कहा कि, राज्य कर्मचारियों, शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों द्वारा अपना पूरा जीवन प्रदेश के विकास एवं योजना के क्रियांवयन में अर्पित करने के बाद उन्हें व उनके परिवार को बेसहारा छोड़ना न्याय संगत नहीं है। इन्हें भी समाज में सम्मान पूर्वक जीने का हक मिलना चाहिए। इसके बाद महिला शिक्षक संघ की टीम द्वारा मुख्यमंत्री को संबोधित पुरानी पेंशन बहाल करने का मांगपत्र जिलाधिकारी को दिया गया।इस मौके पर संगठन मंत्री अंजू राय, सीमा, अमृता, दीपिका, बेनी शर्मा, कुमुद, निवेदिता, मालती, प्रियंका कुमारी, सोनम, सुमन, साधना, अलका, नीतू, रेखा, रिजवाना आदि शामिल रहीं।