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खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

आतंकियों के सहयोगियों की तलाश तेज

दो लापता मदरसा संचालक रडार पर 

लखनऊ। दीपावली का पर्व बीतने के बाद आतंकवाद निरोधक दस्ता ने (एटीएस) ने बांग्लादेशी आतंकी अब्दुल्ला तल्हा के साथ ही उसके सहयोगियों की तलाश तेज कर दी है। एटीएस की नजर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दो लापता मदरसा संचालकों पर भी है, जिन पर आतंकियों के मददगार होने का संदेह है।

  एटीएस ने इसी माह के आरंभ में अलकायदा बर्र-ए-सगीर तथा उसके सहयोगी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) से जुड़े आठ आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद उनसे लंबी पूछताछ की थी। सूत्रों का कहना है कि उसी दौरान दो अन्य मदरसा संचालक संदेह के घेरे में आए थे। एटीएस ने आतंकियों से पूछताछ के आधार पर ही उनके सक्रिय सदस्य अब्दुल्ला तल्हा की तलाश तेज की थी, जो अभी हाथ नहीं लग सका है। तल्हा व उसके कुछ सहयोगियों की तलाश में नेपाल सीमा स्थित कई मदरसों में भी छानबीन की गई थी। तल्हा की नेपाल सीमा के कुछ मदरसों में गहरी पैठ होने की आशंका पर उनके संचालकों से भी पूछताछ हुई थी। उल्लेखनीय है कि एटीएस ने हरिद्वार निवासी आतंकी मुदस्सिर व कामिल के अलावा बांग्लादेशी नागरिक अलीनूर को नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ में ही तल्हा व मदरसों के कनेक्शन सामने आए थे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई युवकों पर एटीएस की नजर है। इस क्रम में सहारनपुर निवासी मदरसा संचालक लुकमान को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।  जिसने बांग्लादेशी आतंकी अहसान व मुफक्किर को अपने मदरसे में शरण दी थी। उसने आतंकी अब्दुल्ला तल्हा उर्फ मफ्ती हुसैन को 11 माह तक अपने मदरसे में शरण देने तथा मदरसा शिक्षक के रूप में तल्हा को फंडिंग करने की बात भी स्वीकार की थी। एटीएस लुकमान के जरिये अब्दुल्ला तल्हा के संपर्क में आए कई युवकों की भी तलाश कर रही है। कई ऐसे युवकों की भी नए सिरे से छानबीन शुरू की गई है, जिन्हें इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जिहाद के लिए उकसाया जा रहा था।