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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

आजम गैंग में चार तो इसरार गैंग में पांच सदस्य चिन्हित


गौ हत्या में आजम व इसरार गैंग किए गए सूचीबद्ध
आजमगढ़। एसपी अनुराग आर्य ने शनिवार की देर शाम गौतस्करी में संलिप्त दो गैंग को सूचीबद्ध किया। इसमें एक गैंग का नाम आजम गैंग तो दूसरे का नाम इसरार गैंग रखा गया है। दोनों गैंगों में शामिल कुछ नौ सदस्यों को भी एसपी ने चिन्हित किया है।
एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के आजम पुत्र युनूस निवासी अतरकच्छा एक संगठित गैंग बना कर स्वयं गैंग लीडर बना कर गौ हत्या जैसे अपराध कारित कर रहा है। इसकी गतिविधियों पर अंकुश लगाने को लेकर आजम गैंग सूचीबद्ध किया गया है। जिसका कोड डी-102 होगा। इस गैंग के सदस्यों के रूप में नगमा पत्नी आजम, कामरान पुत्र शमशाद, सरफराज पुत्र निशार व मेराज साई पुत्र जलील शामिल है। वहीं गौ हत्या में ही बिलरियागंज थाने में भी एक गैंग सूची बद्ध किया गया है। जिसे डी 103 कोड तथा इसरार गैंग नाम दिया गया है। बिलरियागंज थाना के करमैनी गांव निवासी इसरार अहमद पुत्र लाल मोहम्मद द्वारा इस गैंग का संचालन किया जाता है और वह ही इस गैंग का मुखिया है। इस गैंग के सदस्यों के रुप में इस्तेखार पुत्र स्व. अनवर, सज्जाद पुत्र ऐनुल हक, मो. बेलाल पुत्र इसरार अहमद, यासीन पुत्र मेहर अली व जुल्फेकार पुत्र शमीम शामिल है।