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खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर मंडलीय जिला चिकित्सालय में गोष्ठी

 नोडल अधिकारी ने मानसिक बीमारियों के कारण, लक्षण व बचाव की दी जानकारी
आजमगढ़।
विश्व ‌मा‌नसिक ‌स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर सोमवार मंडलीय जिला चिकित्सालय के सभागार में ‌विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस एवं मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह का शुभारंभ हुआ। इस दौरान लोगों को मानसिक बीमारियों के कारण, लक्षण और बचाव की जानकारी दी गई। साथ ही वक्ताओं ने  “Make Mental Health & Well-Being for All a Global Priority’’ थीम पर आयोजित गोष्ठी में अपने-अपने विचारों को रखा। 
  बताते चलें कि प्रत्येक वर्ष दस अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (एनएमएचपी) एनसीडी कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित किया जाता है। जिसके अंतर्गत प्रत्येक वर्ष 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस एवं मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह मनाया जाता है। इस क्रम में सोमवार को मुख्य चिकित्सा‌धिकारी डा. आईएन तिवारी मंडलीय के निर्देशन में जिला चिकित्सालय में कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए नोडल अधिकारी डा. ए अजीज ने इस दिवस के उद्देश्य से अवगत कराया। सा‌थ ही मानसिक बीमारियों के कारण, लक्षण एवं बचाव के बारे में बताया। मंडलीय जिला चिकित्सालय के मन कक्ष में मानसिक रोगियों के इलाज के ‌लिए संबद्ध डा. मो. आसिफ खान ने बताया कि यहाँ प्रत्येक दिन अस्पताल में स्थित मन कक्ष में मानसिक रोगियों का काउंसलिंग एवं इलाज किया जाता है। इस अवसर पर डा. विन्ध प्रकाश सिंह, मनोरोग विशेषज्ञ द्वारा मानसिक रोग के बारे में उपस्थित समस्त लोंगो को इस बीमारी पर विस्तृत रूप से चर्चा की। कार्यक्रम में डा. वीपी सिंह (एनसीडी क्लीनिक चिकित्साधिकारी), दिलीप कुमार मौर्य, एफएलसी, चंद्र प्रकाश सिंह, हास्पिटल प्रबंधक एवं पैरामेडिकल स्टाफ आदि उपस्थित रहे।