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खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Lucknow : कुत्‍तों ने युवक के निजी अंग समेत दस जगहों पर नोच-नोचकर किया लहूलुहान

कुत्तों के हमले से बच्चे और शिक्षिका की मौत के साथ ही कई हो चुके हैं घायल 

लखनऊ। कृष्णानगर इलाके के प्रेम नगर में कुत्ते ने एक युवक को दौड़ाकर उसके निजी अंग, हाथ, जांघ और पेट ‌सहित दस स्थानों को नोच डाला। गंभीरावस्था में संकल्प को लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां हालत नाजुक देख उन्‍हें ट्रामा रेफर कर दिया गया। संकल्प की तहरीर पर पुलिस ने कुत्ता मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इंस्पेक्टर आलोक कुमार राय ने बताया कि बीते तीन सितंबर की रात संकल्प काम पर से घर लौट रहे थे। आरोप है कि इस बीच शंकर अपना कुत्ता टहला रहे थे। कुत्ता ने एकाएक उन्हें दौड़ा लिया और वह वहीं पर गिर पड़े। कुत्ते ने उनके हाथ, जांघ, पैर और निजी अंग को नोच डाला। संकल्प के मुताबिक, कुत्ता उन्हें नोच रहा था। वह चीख पुकार कर रहे थे लेकिन शंकर ने कुत्ते से कोई विरोध नहीं जताया। कुत्‍ता मालिक बचाने की जगह कुछ दूरी पर जाकर खड़े हो गए। शोर शराबा सुनकर कुछ देर बाद आस पड़ोस के लोग दौड़ कर आए। खून से लथपथ संकल्प को मोहल्ले के लोग आनन फानन में लोकबंधु अस्पताल ले गए। जहां से उनकी हालत गंभीर देख डाक्टरों ने संकल्प को ट्रामा रेफर कर दिया। बताते चलें कि कुछ समय पहले ही शहर में आदमखोर कुत्तों के हमले से मासूम बच्चे और शिक्षिका की मौत हो चुकी है। कैसरबाग बंगाली टोला में बीती 12 जुलाई को पिटबुल प्रजाति के कुत्ते ने सेवानिवृत्त वृद्ध शिक्षिका सुशीला तिवारी को नोच-नोचकर मार डाला था। सुशीला घर में पले पिटबुल (ब्राउनी) को खाना देने गई थीं। वहीं, सात अप्रैल को ठाकुरगंज के मुसाहिबगंज स्थित एक प्राथमिक स्कूल में सात साल के मासूम रजा को और उसकी बहन फातिमा को नोच डाला था। हमले में रजा की मौत हो गई थी।  हाल ही में पीजीआइ इलाके में पालतू कुत्तों ने दो बच्चों को नोचा था। इसके पहले वृंदावन कालोनी में 10 साल के बच्चे का हाथ कुत्तों ने नोच डाला था। वहीं, दो दिन पहले भी कुत्तों ने एक बच्चे को नोचा था। शहर में कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है।