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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Lucknow: प्लाट में भरे पानी में डूबकर दस वर्षीय नैतिक की मौत

घर से खेलने निकला था नैतिक...मां को मिला शव

लखनऊ। दोपहर में मां से मिलकर खेलने निकले 10 वर्षीय नैतिक की खाली प्लाट में भरे बारिश के पानी में डूबने से मौत हो गई। मां रेनू नैतिक का इंतजार कर रही थी, लेकिन वापस उसे बेटे का शव मिला। गोमतीनगर में शुक्रवार को पानी भरे गड्ढ़े में डूबकर देवांश की मौत हो गई थी। इस घटना को लोग अभी भुला भी नहीं पाए थे कि गांधी नगर तेलीबाग में नैतिक की जान चली गई। नैतिक कक्षा तीन का छात्र था।

नैतिक शनिवार शाम को चचेरे भाई आठ वर्षीय कृष्णा के साथ खेलने निकला था। शाम करीब पांच बजे घर के पीछे स्थित एक खाली प्लाट की दीवार पर चढ़कर वह दूसरी तरफ जा रहा था। इसी बीच अचानक उसका पैर फिसल गया और वह प्लाट के अंदर भरे पानी में जा गिरा। नैतिक को डूबता देख कृष्णा भागते हुए घर पहुंचा और मामले की जानकारी दी। बबलू और आस-पड़ोस के लोग वहां पहुंचे तो पानी में नैतिक का चप्पल उतरा रहा था। यह देख नैतिक की मां रेनू और पिता बबलू बेसुध हो गए। पुलिस ने प्लाट के अंदर भरे पानी के दलदल में दबे नैतिक को निकालकर निजी अस्पताल भिजवाया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। स्थानीय लोगाें ने बताया कि प्लाट तालाब से जुड़ा हुआ है। सरोजनी नगर एसडीएम सिद्धार्थ कुमार ने घटना स्थल का निरीक्षण कर प्लाट की जांच के आदेश दिए। स्थानीय लोगों ने कहा कि प्लाट की चहारदीवारी की गई थी और गेट भी लगा था। प्लाट के अंदर पहले से काफी गंदगी और गोबर भरा था, जिसे निकाला गया था। इसके कारण वहां काफी गड्ढा हो गया था और बारिश का पानी भर गया था। रेनू को रोता देखकर उनका छोटा बेटा प्रतीक व बेटी प्रिया भी बिलख पड़े। दोनों मां के पास पहुंचे और उन्हें चुप कराते हुए कहने लगे कि वे बिना पूछे कहीं नहीं जाएंगे।