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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Haryana : ‘थारा फूफा अभी जिंदा है’… बुढ़ापा पेंशन बंद हुई तो 102 साल के बुजुर्ग ने निकाली बारात

हरियाणा। अभी हाल ही में कागज नाम की एक फिल्म आई थी, इसमें एक शख्स खुद को ज़िंदा रखने के लिए तमाम कोशिशें करता है। ठीक वैसा ही मामला सोशल मीडिया पर देखने को मिल रहा है। 102 साल के दादाजी को पेंशन नहीं मिल रहा था। गुस्से में आकर दादाजी ने एक ऐसी योजना बनाई, जिसे जानने के बाद आप पूरी तरह से दंग हो जाएंगे।  ये मामला हरियाणा के रोहतक जिले का है, यहां एक शख्स खुद को ज़िंदा दिखाने के लिए रथ में सवार होकर बरात निकाली और सरकारी अधिकारियों के पास जा पहुंचा। बारात में कई लोग शामिल हुए, बकायदा पोस्टर भी निकला।  पोस्टर में लिखा था- थारा फूफा ज़िंदा है। 

यहां देखें वीडियो,  https://twitter.com/i/status/1567818859075506181
रोहतक जिले के गांधरा गांव निवासी दुली चंद को कागजों में मृत घोषित करके उनकी पेंशन इस साल मार्च में बंद कर दी गई थी. इससे परेशान होकर बुजुर्ग ने अनोखी तरकीब निकाली. खुद को ज़िंदा साबित करने के लिए बुजुर्ग ने दूल्हे की तरह नोटों की माला पहनी और रोहतक शहर में मानसरोवर पार्क से नहर विश्राम गृह तक अपनी बारात निकाली और राज्य सरकार से उनकी पेंशन फिर से शुरू किये जाने की मांग की। सोशल मीडिया पर यह वीडियो चर्चा का विषय बन चुका है। इस वीडियो को कई लोगों ने अपने प्रोफाइल पर शेयर किया है और 102 साल के वर बाबू को नई तरकीब के लिए बधाई दी है। इस वीडियो की पुष्टि हम नहीं करते हैं, मगर ये वीडियो इसी दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। वायरल हो रहे इस वीडियो को 10 हज़ार से ज़्यादा व्यूज़ मिल चुके हैं। वहीं इस वीडियो पर कई लोगों के कमेंट्स देखने को मिल रहे हैं। एक यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा है- वाकई में दादाजी बहुत ही क्रियटिव हैं। सरकार के लिए बेहद ज़रूरी है।