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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: पिता की पुण्यतिथ‌ि पर वाजिदपुर के माध्यमिक विद्यालय को चार भाईयों ने लिया गोद

सेवानिवृत्त शिक्षकों सहित छात्र-छात्राओं को किया गया सम्मानित

बूढ़नपुर। तहसील क्षेत्र के वाजिदपुर स्थित बाबा बरुआ दास पूर्व माध्यमिक विद्यालय में बुधवार को गांव के राजेंद्र सिंह की पुण्यतिथि पर उनके पुत्रों ने शिक्षा सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान क्षेत्र के सेवानिवृत्त शिक्षकों और स्कूल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। 

बताते चलें कि राजेंद्र प्रसाद सिंह के पुत्र डा. आनंद प्रताप सिंह गौतम बुद्ध नगर विश्वविद्यालय में मनोचिकित्सा विभाग में प्रोफेसर है। अपने पिता राजेंद्र प्रसाद सिंह की पुण्यतिथि पर डा. आनंद सहित उनके तीन भाई ज्ञान प्रकाश सिंह, इंद्र प्रताप सिंह, राज प्रताप सिंह ने बाबा बरुआ दास स्कूल को गोद लिया गया। चारों भाइयों ने पिता की पुण्यतिथि पर बुधवार को शिक्षा सम्मान का आयोजन किया। इस दौरान क्षेत्र के एक दर्जन से ज्यादा सेवानिवृत्त शिक्षकों को अंगवस्त्र, स्मृति चिह्न आदि भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान स्कूल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कक्षा छह  से नौ तक के छात्रों को नगद धनराशि, प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह दी गई। मनोचिकित्सक प्रो. डा. आनंद सिंह ने कहा कि हम सभी भाई इसी स्कूल में पढ़े, और आज ऐसे मुकाम पर हैं। इस स्कूल की स्थिति को संवारना हमारा कर्तव्य बनता है। इसलिए हमनें बाबा बरूआ दास पूर्व माध्यमिक विद्यालय वाजिदपुर को गोद लेकर शिक्षा सम्मान की शुरुआत की है। मुख्य अतिथि भाजपा के क्षेत्रीय महामंत्री सहजानंद राय ने चारों भाईयों के इस प्रयास को सराहा। कहा कि शिक्षकों का सम्मान करना शिष्य का परम कर्तव्य है। अध्यक्षता गांधी पीजी कॉलेज कोयलसा के दर्शन विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डा. रामवृक्ष मौर्या ने और संचालन कवि लाल बहादुर चौरसिया लाल ने किया। अंत में स्कूल के प्रबंधक परमहंस सिंह ने सभी का आभार जताया। 

सम्मानित हुए सेवानिवृत्त शिक्षकों में कमलेश चौबे, लालमणि सिंह, राम विनय सिंह, रघुनाथ मौर्य, वीरेंद्र मौर्य, वीरेंद्र प्रताप सिंह, जय प्रकाश सिंह, राधेश्याम सिंह, देवेंद्र प्रताप सिंह, रामचंद्र सिंह, बद्री राम, राजकिशोर सिंह शामिल थे। वही उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सम्मानित किए गए छात्रों में अश्विन, रामाशीष, महिमा, रिचा, प्रतिमा यादव, कृष्णा, सौरभ यादव, शिवम मोदनवाल, ज्योति मौर्या, प्रतिज्ञा, शगुन सिंह,अवनी, अदनान, युवराज आदि शामिल थे।