सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: तीन बहनों के लापता होने का पुलिस ने ‌किया खुलासा, माता-पिता के बीच विवाद रही वजह

पूछताछ के बाद अभिभावकों के हवाले करने की तैयारी 

आजमगढ़। जीयनपुर क्षेत्र से 12 दिन पूर्व लापता हुईं तीन चचेरी बहनों को पुलिस ने महाराष्ट्र के पालघर जिले के तुंगारेश्वर हाटा वसई बाजार से बरामद कर लिया है। पुलिस के मुताबिक माता-पिता विवाद के कारण अलग रहते हैं और मां ही दो बहनों को मुंबई ले गई थी, जबकि तीसरी लड़की उनके साथ घूमने के लिए गई थी। पुलिस अब तीनों को उनके अभिभावकों को सुपुर्द करने की तैयारी कर रही है।

पुलिस के मुताबिक जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र बर्जला गांव निवासी राजेश की चार बेटियां हैं। इनमें दो अपनी मां लाली के साथ मुंबई, तो दो अन्य अंशिका और अनामिका अपने चाचा रविंद्र के साथ गांव में रहती हैं। रविंद्र व उनकी पत्नी लाली में मनमुटाव के बाद बेटियों को रखने को लेकर दो-दो का बंटवारा हुआ था। राजेश गुजरात में रहते हैं। लाली को बेटियों की याद आई तो वह आठ सितंबर को मुंबई से आजमगढ़ आ गई। लाली ने दोनों बेटियों को मिलने के लिए बुलाया तो उसकी चचेरी बहन कविता भी आ गई। लाली अपनी दोनों बेटियों को मुंबई ले जाने लगी तो कविता भी घूमने की बात कहकर उसके साथ चली गई। चुंकि तीनों घर से दवा लेने की बात कहकर निकली थी और जब वापस नहीं लौटी तो परिवार के लोगों को अनहोनी की आशंका हुई। काफी तलाश के बाद भी जब उनका पता नहीं चला तो परिवार के लोगों ने गुमशुदगी दर्ज करा दी। तीन लड़कियों के गायब होने की सूचना पर पुलिस के भी होश उड़ गए। लड़कियों की बरामदगी के लिए सर्विलांस टीम के साथ ही क्राइम ब्रांच को लगाया गया। जांच शुरू हुई तो पता चला कि जिस दिन तीनों गायब हुई उस दिन लाली के मोबाइल का लोकेशन आजमगढ़ में था। जांच का दायरा आगे बढ़ा तो पता चला कि दवा के बहाने घर से निकली तीनों लड़कियों ने मनिकाडीह बाजार स्थित जन सेवा केंद्र से 300 रुपये भी निकालीं थीं। इसके बाद पुलिस ने लाली के बारे में पता किया और मुंबई पहुंचकर तीनों को बरामद कर लिया। जीयनपुर कोतवाली प्रभारी यादवेंद्र पांडेय ने बताया कि पूछताछ के बाद बेटियों को उनके अभिभावकों को सुपुर्द कर दिया जाएगा।