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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: बच्चों में भाषाई व गणितीय दक्षता विकसित करने को चार दिवसीय प्रशिक्षण प्रारंभ

 

खंड शिक्षाधिकारी बोले अनुपस्थित न रहें शिक्षक

आजमगढ़। अजमतगढ़ बीआरसी में सोमवार को निपुण भारत मिशन के अंतर्गत बाल वाटिका से लेकर कक्षा 3 के बच्चों तक भाषाई एवं गणितीय दक्षता विकसित करने के लिए प्रशिक्षण का आयोजन खंड शिक्षा अधिकारी निर्भय नारायण सिंह के नेतृत्व में प्रारंभ हुआ। प्रशिक्षण का आरंभ सरस्वती वंदना एवं चेतना गीत के साथ हुआ।

प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी ने सभी शिक्षकों का आह्वान किया कि जिस प्रकार हम सब से  बच्चों में निपुण लक्ष्य की संप्राप्ति के लिए अपेक्षाएं की गई हैं, उसी प्रकार हम सब को अपने विद्यालयों में मेहनत से काम करना है। इसके लिए आवश्यक है कि सभी शिक्षक इन चार दिनों में बताई गई जानकारियों को अच्छे ढंग से सीखे। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि कोई भी शिक्षक प्रशिक्षण के दौरान अनुपस्थित नहीं होगा और सभी शिक्षकों को प्रत्येक सत्र में सक्रिय रूप से सभा करना प्रशिक्षण के प्रारंभ में निपुण भारत अभियान के लक्ष्य एवं उद्देश्य पर चर्चा हुई। बाल वाटिका का से लेकर कक्षा 3 के भाषा एवं गणित के नियमों को विस्तार से प्रतिभागियों को बताया गया एवं उनसे उनका फीडबैक प्राप्त किया गया। 

कोविड-19 के दौरान बच्चों में किस प्रकार अधिगम क्षति हुई है इसको सर्वे रिपोर्ट  के माध्यम से इंगित किया गया। निपुण भारत में किन सीखने के सिद्धांतों जैसे मौखिक भाषा का विकास, लेखन ,पठन, गणितीय दक्षता विकास एवं जीवन में बुनियादी कौशलों के विकास पर चर्चा की गई। सीखने के अन्य विभिन्न सिद्धांत साझा किए गए। प्रतिभागियों में पूरे मनोयोग से शिक्षण कार्य में भाग लिया। सत्र 2022- 23 में किस प्रकार विभिन्न कार्य योजनाओं एवं कार्य पुस्तिकाओं के आधार पर हमें बच्चों के साथ काम करना होगा इस प्रारूप को विधिवत समझाया गया। प्रशिक्षण में प्रशिक्षक कमलनयन यादव, अनिल कुमार मिश्र, कुसुम पांडे, विमल प्रकाश, हरिकेश मिश्रा एवं अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।