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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: शोषितों और पी‌‌ड़ितों की आवाज थे पंचानन राय

शिक्षक नेता स्व. पंचानन राय को दी श्रद्धांजलि

आजमगढ़। श्री गांधी इंटर कॉलेज मालटारी में शिक्षक दिवस पर भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन को लोगों ने याद किया। इस दौरान पूर्व एमएलसी व ‌शिक्षक नेता स्व. पंचानन राय की पुण्यतिथि पर उनके मूर्ति पर माल्यार्पण कर शिक्षकों ने श्रद्धांजलि दी।
प्रबंधक कमला राय ने कहा कि स्व. पंचानन राय शोषित, पीड़ित शिक्षकों की आवाज थे। राय साहब 1966 में टाउन इंटर कॉलेज में नियुक्त हुए। वहीं से शोषित शिक्षकों के लिए संघर्ष शुरू किया। 1967 में गांधी इंटर कालेज मालटारी में प्रवक्ता नियुक्त हुए। उन्होंने बताया कि 1968 के आंदोलन में सक्रिय भागीदारी की। 1971 में आजमगढ़ में जिलामंत्री बने। संगठन में जुझारू सोंच और तेवर के कारण 1977 में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश मंत्री हुए। 1982 में प्रदेशीय महामंत्री बने और पांच सितंबर 2007 को निधन तक इस पद पर रहे।1980 में सगडी विधानसभा आजमगढ़ से कांग्रेस के विधायक बने। लेकिन शिक्षक हितों के लिए अपनी ही सरकार में संघर्ष किए। विद्यालय के प्रधानाचार्य डा. वीरेंद्र कुमार सिंह कहा कि पंचानन राय 1996 एवं  2002 में गोरखपुर-फैजाबाद शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से सदस्य विधान परिषद निर्वाचित हुए। वे संघर्ष के पर्याय थे। शिक्षकों के लिए हमेशा संघर्ष किए। संघर्ष ही उनकी पहचान थी। वे राजनेता थे लेकिन पहले शिक्षक थे। वे हर दिल अजीज और नेक इंसान थे। इस अवसर पर प्रधानाचार्य डा. वीरेंद्र कुमार सिंह, राजेश राय, शिक्षक परमानंद मिश्र, राजेश कुमार सिंह, चंद्र प्रकाश राय, ओम प्रकाश राय, संजय राम, टिल्ठू राम यादव, विवेक कुमार, वीरभद्र, रामसागर राय, लव कुमार राय, गंगादीन, रिजवान उपस्थित थे।