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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: जल निगम के विघटन के एक वर्ष पूरे होने पर मनाया काला दिवस

बकाया वेतन सहित अन्य मांगों को लेकर दिया धरना
सीएम को संबोधित ज्ञापन प्रशासन को सौंपा
आजमगढ़।
जल निगम विघटन के एक वर्ष पूरे होने पर शुक्रवार को उत्तर प्रदेश जल निगम संघर्ष समिति बांह पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। इस दौरान चार माह से बकाया वेतन सहित अन्य मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की। बाद में सीएम को संबोधित मांगों का ज्ञापन प्रशासन को सौंपा।
द्वितीय निर्माण खंड उत्तर प्रदेश निगम (नगरीय) आजमगढ़ के परिसर में एक दिवसीय धरने पर बैठे कर्मचारियों को संबोधित करते हुए जनपद संयोजक शैलेष कुमार यादव ने कहा कि प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर यह धरना आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि जल निगम विभाजन का आज एक वर्ष पूर्ण हो गया। कर्मचारियों का चार माह से बकाया वेतन का भुगतान नहीं हुआ है। कर्मचारियों के सामने आर्थिक संकट है। यहीं नहीं पेंशनरी देयकों एवं एक जनवरी 2006 से 11 मार्च 2010 तक का षष्टम वेतन एरियन सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी भुगतान नहीं हुआ। सप्तम वेतनमान जलनिगम कर्मियों को लागू नहीं हुआ है। इससे कर्मचारियों में रोष है। उन्होंने कहा कि यदि हमारी मांगों पर सुनवाई नहीं होती है तो हम बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगे। धरने की अध्यक्षता सेवानिवृत्ति खंडीय लेखाकार अशोक कुमार सिंह एवं संचालन मीडिया प्रभारी संघर्ष समिति श्याम कन्हाई श्रीवास्तव ने किया।