सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: दस नवंबर को विश्व लेखा दिवस पर कार्यक्रम की तैयारियों पर चर्चा

नेहरू हाल में हुई लेखा एवं लेखा परीक्षा सेवा एसोसिएशन की बैठक

आजमगढ़। लेखा एवं लेखा परीक्षा सेवा एसोसिएशन, उपासा की जिला इकाई द्वारा विश्व लेखा दिवस मनाए जाने को लेकर तैयारी बैठक नेहरू हॉल स्थित कार्यालय में गुरूवार को सम्पन्न हुई। जिसमे 10 नवम्बर-2022 को मनाए जाने वाले विश्व लेखा दिवस के बाबत तैयारियों पर मंत्रणा किया गया। 

 जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र यादव ने बताया कि लेखा संवर्ग वित्तीय निष्पादन की महत्वपूर्ण ईकाई है। आगामी विश्व लेखा दिवस के मौके पर नेहरू हाल में लेखाकार-आडिटर वर्ग के सम्मान में एक सम्मान-समारोह का आयोजन किया जाना सुनिश्चित हुआ है। जिसमे मंडल स्तर के लेखा संवर्ग में काम करते कर्मठ लेखाकार/ऑडिटरों को अतिथिगणों द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा। इसके साथ ही लेखा संवर्ग की पत्रिका का विमोचन भी किया जाएगा। उक्त पत्रिका में लेखा संवर्ग का संघर्ष व लेखांकन के तकनीकि विषयों का समावेश किया गया है। जिसके बावत पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां दे दी गई है। मीडिया प्रभारी देवाशीष श्रीवास्तव ने कहा कि ऑडिटर, लेखाकार व लेखा संवर्ग अपने सूक्ष्म दृष्टि व तत्परता से प्रत्येक विषय की वित्तीय हस्त पुस्तिका के अनुरूप निष्ठापूर्वक लेखांकन का कार्य संपन्न कराते आया हैं। लेखाकार एवं ऑडिटर शासकीय वित्त व्यवस्था को लगातार निखारने का काम करती है, यह प्रक्रिया बेहद जटिल होती है, ऐसे कार्य करने वालों के लिए विश्व स्तर पर एक दिवस निर्धारित किया गया है, जो हमें गौरवांवित करता है। जिला मंत्री अजय राय ने कहा कि आडिट के नाम पर जिस तरह का भय व्याप्त है उस पर अंकुश लगाने के लिए उपासा एक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, जिसका लाभ आमजन को मिलेगा।  बैठक में विभिन्न विभागों के जितेन्द्र श्रीवास्तव, लेखाकार, एमपी सिंह, रमेश कुमार, लेखाकार, सूर्यकुमार, रामाश्रय, अमित कुमार गुप्ता, नीरज कुमार, राजेश कुमार त्रिपाठी, सिनियर ऑडिटर, प्रेमशंकर, रूदल प्रसाद आदि मौजूद रहे।