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खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: पोखरी के किनारे बेहोशी की हालत में मिली किशोरी

पुलिस ने किशोरी को कराया अस्पताल में भर्ती, रेफर

परिजनों ने जताई दुष्कर्म की आशंका

आजमगढ़। जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र स्थित एक शुक्रवार की सुबह पोखरे के किनारे बेहोशी की हालत में 16 वर्षीय किशोरी मिली। उधर से गुजर रहे ग्रामीणों ने किशोरी को देखा और पुलिस को सूचना  दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवती को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डाक्टरों ने प्राथमिक उपाचार के बाद रेफर कर दिया। परिजनों ने किशोरी के सा‌थ दुष्कर्म की आशंका जताई है। 

  जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र स्थित एक गांव में पोखरी के किनारे शुक्रवार को भोर में उधर से गुजर रहे ग्रामीणों ने  बेहोशी की हालत में चद्दर से लिपटा हुए किशोरी को देखा तो शोर मचाया। शोर सुनकर परिवार के लोग मौके पर पहुंच गए और भीड़ जुट गई। उसे इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अजमतगढ़ में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर ने किशोरी को महिला अस्पताल आजमगढ़ के लिए रेफर कर दिया। जहां पर उसका इलाज चल रहा है। मौके पर पहुंचे कोतवाल प्रभारी यादवेंद्र पांडेय जांच में जुटे हैं। किशोरी को चद्दर में मुंह बांधकर पोखरे के किनारे किसने फेंका और क्यों फेंका इसके सही कारणों की जानकारी नहीं मिल पाई है। जांच चल रही है।